स्नातक स्तर के कोर्सिज में प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों को इंटर्नशिप के साथ मिलेंगे क्रैडिट्स

Edited By Vijay, Updated: 23 Mar, 2024 12:28 AM

students will get credits with internship

स्नातक स्तर के कोर्सिज में प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों को अगले शैक्षणिक सत्र से इंटर्नशिप के साथ क्रैडिट्स भी मिलेंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की गाइडलाइंस के अनुसार हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) से मान्यता प्राप्त काॅलेजों में....

शिमला (अभिषेक): स्नातक स्तर के कोर्सिज में प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों को अगले शैक्षणिक सत्र से इंटर्नशिप के साथ क्रैडिट्स भी मिलेंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की गाइडलाइंस के अनुसार हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) से मान्यता प्राप्त काॅलेजों में अनिवार्य रूप से इंटर्नशिप के साथ नैशनल हायर एजुकेशन क्वालीफिकेशन्स फ्रेमवर्क (एनएचईक्यूएफ) और करिकुलम एंड क्रैडिट फ्रेमवर्क फॉर अंडरग्रैजुएट प्रोग्राम (सीसीएफयूपी) के तहत क्रैडिट्स भी मिलेंगे। इसके अनुसार इंटर्नशिप चौथे सैमेस्टर (2 वर्ष) के बाद न्यूनतम 60 से 120 घंटे की होगी। इंटर्नशिप में विद्यार्थियों के कार्य अनुभव और रिसर्च वर्क दोनों को शामिल किया जाएगा। इंटर्नशिप करने से विद्यार्थियों को 2 से 4 क्रैडिट्स भी हासिल होंगे। 

समर और विंटर ब्रेक में इंटर्नशिप जारी रखने का होगा विकल्प 
इंटर्नशिप के एक क्रैडिट का मतलब 30 घंटे का काम या फिर रिसर्च करना होगा। ये 15 हफ्ते के एक सैमेस्टर के दौरान 2 घंटे प्रति सप्ताह हो सकता है। 4 वर्षीय स्नातक प्रोग्राम (ऑनर्स विद रिसर्च) के विद्यार्थियों को 8वें सैमेस्टर यानी चौथे वर्ष के आखिरी 6 महीने इंटर्नशिप करनी होगी। करिकुलम एंड क्रैडिट फ्रेमवर्क फॉर अंडर-ग्रैजुएट प्रोग्राम में इसे शामिल किया है। विद्यार्थियों के पास समर और विंटर ब्रेक में इंटर्नशिप जारी रखने का विकल्प होगा। विद्यार्थी अपनी इंटर्नशिप को मैंटर और विषय विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में या स्वतंत्र रूप से भी कर सकेंगे। गाइडैंस में या स्वतंत्र रूप से कर सकेंगे। सरकारी और निजी संस्थानों, शिक्षण संस्थानों, अस्पताल, स्थानीय निकायों, एनजीओ, स्टार्टअप, बिजनेस हाऊस, स्किल वर्कशॉप और एग्रीकल्चर से जुड़े विभिन्न सैक्टर में विद्यार्थी इंटर्नशिप कर सकेंगे।

डिजिटल पोर्टल बनाए जाएंगे, नोडल अधिकारी भी होगा नियुक्त
काॅलेजों में इंटर्नशिप के लिए मैकेनिज्म बनाया जाएगा। इसके तहत काॅलेजों में डिजिटल पोर्टल बनाए जाएंगे। पोर्टल पर एक्सपर्ट्स, एजैंसियां, उद्योग, मैंटर और फैकल्टी सदस्य रजिस्टर कर अपने प्रोजैक्ट्स को सांझा करेंगे। विद्यार्थियों इससे मैंटर और प्रोजैक्ट्स का चयन कर सकेंगे। इंटर्नशिप प्रोग्राम के संयोजन के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त होगा। नोडल अधिकारी स्थानीय संस्थानों और विभिन्न सैक्टर से संपर्क कर विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप के मौके उपलब्ध करवाएगा। इसके अलावा ग्रुप इंटर्नशिप का भी प्रावधान होगा।

फिजिकल, डिजिटल और हाइब्रिड मोड पर होगी इंटर्नशिप 
इंटर्नशिप फिजिकल, डिजिटल और हाइब्रिड मोड पर होगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी- 2020) के अनुरूप स्नातक स्तर के विद्यार्थियों के लिए ट्रेडिंग व रिसर्च प्रशिक्षण की व्यवस्था उच्च शिक्षण संस्थानों में होगी। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से यूजीसी की गाइडलाइंस को अपनाने को लेकर अधिसूचना जारी होने के बाद इंटर्नशिप की व्यवस्था अगले सत्र शुरू करने के दृष्टिगत अब कालेज प्रबंधनों को तैयारियां करनी होंगी।
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