Edited By Vijay, Updated: 15 May, 2019 09:22 PM
इंदौरा क्षेत्र से संबंध रखने वाले एक निजी शिक्षण संस्थान के विरुद्ध छात्रवृत्ति की कथित घपलाबाजी को लेकर बुधवार को एक और शिकायत पत्र सामने आया है। इसमें विभिन्न गांवों की लड़कियों ने अपनी व्यथा एस.डी.एम. इंदौरा गौरव महाजन को सुनाई व मामले की जांच...
इंदौरा (अजीज): इंदौरा क्षेत्र से संबंध रखने वाले एक निजी शिक्षण संस्थान के विरुद्ध छात्रवृत्ति की कथित घपलाबाजी को लेकर बुधवार को एक और शिकायत पत्र सामने आया है। इसमें विभिन्न गांवों की लड़कियों ने अपनी व्यथा एस.डी.एम. इंदौरा गौरव महाजन को सुनाई व मामले की जांच सी.बी.आई. से करवाने बारे एक पत्र सौंपा। इस संदर्भ में प्राथमिकी दर्ज करने बारे पुलिस थाना इंदौरा में भी एक शिकायत पत्र लड़कियों द्वारा दिया गया। छात्राओं ने बताया कि पुलिस ने चुनावों तक पुलिस की व्यस्तता का बहाना लगाकर बाद में कार्रवाई का आश्वासन दिया।
10 मई को 6 छात्राएं पहुंचीं थी एस.डी.एम. के पास
उल्लेखनीय है कि 10 मई को 6 छात्राओं ने क्षेत्र के एक निजी संस्थान पर कई छात्राओं की छात्रवृत्ति हड़पने व कई अन्य से उनके बैंक खातों में आई छात्रवृत्ति की राशि संस्थान को देने का दबाव बनाने के आरोप लगाते हुए एस.डी.एम. इंदौरा व पुलिस थाना इंदौरा में शिकायत पत्र दिया था। अब इस कड़ी में आरती देवी, तृप्ता, शिल्पा, कोमल, पूजा, वंदना देवी, पूनम कुमारी, रंजना देवी व पल्लवी सहित अन्य छात्राओं द्वारा भी शिकायत पत्र दिए जाने से मामला और गहराता जा रहा है। 5 दिन पहले जिन छात्राओं ने शिकायत पत्र दिया था अब तक की कार्रवाई पर असंतोष जताते हुए मामले की जांच सी.बी.आई. से करवाने की मांग की है।
घर-घर जाकर की जाती रही एडमिशन
छात्राओं के अनुसार अनुसूचित जाति के बच्चों की संस्थान द्वारा घर-घर जाकर उनके दस्तावेज लेकर उनकी एडमिशन की जाती रही है और कई बच्चे तो मात्र कुछ दिन ही संस्थान गए बावजूद इसके उन्हें उपस्थित दर्शाया गया और अब ऐसे बच्चों से भी उक्त राशि की मांग की जा रही है।
क्या बोले एस.डी.एम. इंदौरा
एस.डी.एम. इंदौरा गौरव महाजन ने बताया कि पहले भी उक्त संस्थान के विरुद्ध ऐसा शिकायत पत्र आया था, जिस बारे संस्थान से रिकॉर्ड तलबी की गई थी व मामला संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए प्रेषित कर दिया गया था। इस मामले को भी आज ही प्रेषित कर दिया जाएगा। वहीं एस.एस.पी. कांगड़ा संतोष पटियाल ने कहा कि मामला मेरे ध्यान में आया है। मैं स्वयं इस पर संज्ञान ले रहा हूं और जांच कर नियमानुसार कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।