Edited By Vijay, Updated: 27 Feb, 2024 11:28 PM
नगर निगम मंडी के चौथे बजट पेश करने की बैठक शुरू होने से पहले मंगलवार को मंडी शहर के रेहड़ी-फड़ी धारक अपनी मांगों को लेकर निगम कार्यालय के प्रवेश द्वार पर धरने पर बैठ गए।
मंडी (रजनीश): नगर निगम मंडी के चौथे बजट पेश करने की बैठक शुरू होने से पहले मंगलवार को मंडी शहर के रेहड़ी-फड़ी धारक अपनी मांगों को लेकर निगम कार्यालय के प्रवेश द्वार पर धरने पर बैठ गए। कार्यालय के बाहर नारेबाजी की आवाज सुनकर बजट बैठक को छोड़कर मेयर वीरेंद्र भट्ट आयुक्त और पार्षदों सहित प्रवेश द्वार पर पहुंचे और यूनियन की मांगों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान यूनियन ने मांग पत्र सौंपकर लंबित मांगों को एक हफ्ते में पूरा करने का अल्टीमेटम दिया। सीटू के जिला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने कहा कि अगर कमिश्नर व कर्मचारी सभी लंबित मांगें 7 मार्च तक पूरा नहीं करते हैं तो वे 9 मार्च को शिवरात्रि महोत्सव का उद्घाटन करने आ रहे मुख्यमंत्री के सामने प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद रेहड़ी-फड़ी यूनियन ने डीसी को भी निगम की कार्यप्रणाली बारे ज्ञापन सौंपा।
आज दिन तक पंजीकृत नहीं किए गए रेहड़ी-फड़ी धारक
यूनियन प्रधान सुरेंद्र कुमार ने कहा कि मंडी नगर निगम क्षेत्र में लगभग 300 रेहड़ी-फड़ी धारक आजीविका अरसे से कमा रहे हैं लेकिन आज दिन तक न तो इन्हें पंजीकृत किया गया है, न लाइसैंस जारी किए हैं और न ही इनके लिए वैंडिंग स्थानों का चुनाव किया गया है। इन्होंने कहा कि हालांकि रेहड़ी-फड़ी धारकों ने निगम को गत वर्ष 30 लाख रुपए तहबाजारी अदा की है लेकिन उन्हें सुविधा उपलब्ध करवाने में निगम कुछ भी नहीं कर रहा है, जिसके कारण आज यूनियन को निगम कार्यालय का घेराव करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
विधायक के दबाव व इशारे पर कर रहे हैं पदाधिकारी व अधिकारी : सुरेंद्र
सुरेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि निगम के चुने हुए पदाधिकारी व अधिकारी शहर के भीतर से रेहड़ियों को हटाने की सोची-समझी रणनीति पर काम कर रहे हैं और ये सब वे यहां के विधायक के दबाव व इशारे पर कर रहे हैं जिसका यूनियन कड़ा विरोध करेगी और सभी रेहड़ी-फहड़ी धारकों की रक्षा करने के लिए संघर्ष तेज करेगी।
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