नशे के खिलाफ जमीनी स्तर पर कार्य करें हितधारक: उपायुक्त

Edited By Jyoti M, Updated: 09 Jun, 2025 04:13 PM

stakeholders should work at the grassroots level against drug abuse

जिला शिमला में 26 जून को नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर गेयटी थियेटर में जिला स्तरीय विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह फैसला उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और...

शिमला। जिला शिमला में 26 जून को नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर गेयटी थियेटर में जिला स्तरीय विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह फैसला उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के सम्बन्ध में विशेष बैठक में लिया गया। उपायुक्त ने कहा कि अगले 15 दिनों तक जिला भर में नशे के खिलाफ विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत शिक्षण संस्थानों में नारा लेखन, भाषण प्रतियोगिता, कविता प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, मैराथन, संगोष्ठियां और कार्यशालाएं आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के सामाजिक कार्य विभाग के साथ विशेष सेमिनार आयोजित होगा। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी घंडल में भी कार्यशाला आयोजित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों की टीम जिला भर में काउंसलिंग शिविर आयोजित करेगी। इसके अतिरिक्त, फील्ड में तैनात स्टाफ भी नशे के खिलाफ लोगों को जागरूक करेगा।

उन्होंने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान के तहत भी जिला भर में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। शिमला में इस बार आयोजित ग्रीष्मोत्सव के दौरान टेबल टेनिस प्रतियोगिता का आयोजन भी नशे के खिलाफ संदेश देने के लिए किया गया था। उन्होंने कहा कि जिला में नशे के खिलाफ पुलिस ने बेहतर कार्य किया है। पिछले एक साल में बड़े-बड़े गिरोहों का भंडाफोड़ किया है। लेकिन अब आमजन को नशे के खिलाफ स्वंय जागरूक रहने की आवश्यकता है। नशे के खिलाफ कार्य कर रहे हितधारकों को जमीनी स्तर पर कार्य को प्रभावी बनाना होगा ताकि नशे को जड़ से खत्म कर सके। जिला प्रशासन की प्राथमिकता जिला शिमला को नशा मुक्त बनाना है। इस अभियान में हर वर्ग अपनी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। नशे की चपेट में आ चुके युवाओं को सही उपचार देने के लिए अस्पतालों और मनोचिकित्सकों की सहायता लें। मां-बाप को अपनी भूमिका को सही से समझना होगा।

अनुपम कश्यप ने कहा कि नशे को लेकर हर वर्ग को अपनी भूमिका निभानी होगी। डाइट के माध्यम से जिन शिक्षकों को नशे के खिलाफ विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, उन्हें समाज को अपने अनुभव से बदलाव लाने के लिए प्रभावी तरीके से कार्य करना होगा। जिला भर में 50 मास्टर ट्रेनर नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाएंगे।

स्कूल स्तर पर होगी प्रतियोगिताएं

नशे के खिलाफ जिला के सभी स्कूलों में भाषण प्रतियोगिता, कविता लेखन प्रतियोगिता और चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। 20 जून तक सभी स्कूलों में यह प्रतियोगिताएं सम्पन्न होगी। हर स्कूल में पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाले बच्चें का चयन ब्लॉक स्तर के लिए होगा। फिर ब्लॉक स्तर पर पहले, दूसरे और तीसरे स्थान के लिए चयन होगा। ब्लॉक स्तर के बाद जिला स्तर पर कमेटी पहले दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाले बच्चों का चयन करेगी।
 

कॉलेज स्तर पर कार्यशाला

शिमला शहर के कॉलेजों में नशे के खिलाफ विशेष सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा वाद-विवाद प्रतियोगिता भी कॉलेज अपने स्तर पर आयोजित करें। 26 जून को गेयटी थियेटर में आयोजित होने वाले जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिला स्तर पर चयनित विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। पहला स्थान हासिल करने पर 5000 रुपये, दूसरे स्थान पर 3000 और तीसरे स्थान पर 2000 रुपये इनाम के तौर पर दिए जाएंगे। इसके अलावा हर प्रतियोगिता में दो बच्चों को सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे।

यह रहे मौजूद

बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ यशपाल रांटा, जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पॉल, तहसील कल्याण अधिकारी सुरेंद्र बिम्टा व सतीश शर्मा, अध्यक्ष एडिक्ट रेस्क्यू फाउंडेशन अधिवक्ता वीरेंद्र डोगरा, ब्लैक ब्लैंक्ट से दीपक सुंद्रियाल सहित कई गणमान्य मौजूद रहे। 

Related Story

    Trending Topics

    IPL
    Royal Challengers Bengaluru

    190/9

    20.0

    Punjab Kings

    184/7

    20.0

    Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

    RR 9.50
    img title
    img title

    Be on the top of everything happening around the world.

    Try Premium Service.

    Subscribe Now!