Edited By prashant sharma, Updated: 02 May, 2020 01:14 PM
कोरोना संकट से निपटने के लिए जहां सामाजिक संस्थाओं सहित आमजन भी अपना सहयोग राहत राशि के रूप में दे रहे हैं। वहीं कुछ जगहों पर इस पैसे का दुरुपयोग भी किया जा रहा है।
कुल्लू (मनमिंदर अरोरा) : कोरोना संकट से निपटने के लिए जहां सामाजिक संस्थाओं सहित आमजन भी अपना सहयोग राहत राशि के रूप में दे रहे हैं। वहीं कुछ जगहों पर इस पैसे का दुरुपयोग भी किया जा रहा है। कुल्लू सदर के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कुछ नेताओं पर इस पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। विधायक ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए आम जनता भी सरकार का खुलकर सहयोग कर रहे हैं। आम जनता भी पीएम केयर फंड व मुख्यमंत्री राहत कोष में अपनी इच्छा से धनराशि जमा करवा रहे हैं। लेकिन कुछ जगह पर नेता अपनी मर्जी से ही उस पैसे के हिस्से बनाने की बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल गलत है और इस तरह की कार्यवाही पर तुरंत रोक लगनी चाहिए। शमशी के ग्रामीण इलाके में महिला मंडलों के द्वारा कुछ धनराशि एकत्र की गई थी और उसे कोविड-19 के लिए सौंपा गया। लेकिन वहीं पर एक भाजपा नेता ने उस फंड के तीन हिस्से करने की भी बात कही। उक्त नेता का कहना है कि इस फंड का एक हिस्सा प्रधानमंत्री केयर फंड, दूसरा हिस्सा मुख्यमंत्री राहत कोष और तीसरा हिस्सा मास्क व सैनिटाइजर वितरित करने के लिए खर्च किया जाएगा जो बिल्कुल गलत है। आज आम जनता उस पैसे को मुख्यमंत्री राहत कोष में देना चाहती है तो इस तरह से उस पैसे को बांटना बिल्कुल गलत है।
विधायक ने कहा कि आज के समय में महिला मंडलों के पास मास्क बनाने के लिए कपड़ा खरीदने के पैसे भी नहीं हैं और वह बड़ी मुश्किल से पैसा एकत्र कर मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करवा रही है। जो सराहनीय है लेकिन पैसे के हिस्से करना बिल्कुल गलत है। गौर रहे कि इन दिनों आम जनता सहित अन्य सामाजिक संस्थाएं मुख्यमंत्री राहत कोष में पैसे देकर अपना सहयोग दे रहे हैं। वहीं महिला मंडल मास्क बनाकर भी लोगों को इस संक्रमण से बचाने की कवायद कर रहे हैं ताकि कोरोना वायरस का संक्रमण घाटी में फैल न सके।