Edited By Kuldeep, Updated: 28 Aug, 2024 06:12 PM
जयपुर पुलिस ने अपहरण कर 20 लाख रुपए की फिरौती मांगने के एक मामले में सोलन से गिरफ्तारियां की हैं। इस मामले में पुलिस ने एक महिला समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
सोलन (अमित): जयपुर पुलिस ने अपहरण कर 20 लाख रुपए की फिरौती मांगने के एक मामले में सोलन से गिरफ्तारियां की हैं। इस मामले में पुलिस ने एक महिला समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। किडनैप करने वाली इस गैंग का मास्टरमाइंड सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और वह करीब 6 वर्षों से सोलन में रह रहा था। उसने ऑयल मिल के बिजनैस में हुए नुक्सान की भरपाई के लिए किडनैप का प्लान बनाया था। हालांकि सोलन आई जयपुर पुलिस ने सोलन पुलिस को इस संंबंध में सूचना दी थी और सोलन पुलिस ने भी उनकी हरसंभव मदद की।
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने युवक के अच्छे कपड़े देखकर उसे किसी रईस का बेटा समझकर किडनैप किया था। युवक ऑटो रिक्शा ड्राइवर का बेटा है। जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने राजस्थान में प्रैस वार्ता के दौरान यह खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि अलग-अलग शहरों से कॉल कर फिरौती मांगी गई। अपहरण के 2 दिन बाद 20 अगस्त को अनुज के मोबाइल से उसके पिता के पास कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि तेरा बेटा हमारे पास है। 20 लाख रुपए की व्यवस्था कर, बेटा जिंदा मिल जाएगा। अनुज के पिता शिव लहरी मीणा जयपुर में ऑटो चलाते हैं। 20 लाख रुपए की रकम सुनकर वह घबरा गए। उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने कॉल ट्रेस की तो वह मथुरा (उत्तर प्रदेश) का निकला। दूसरे दिन फिर से कॉल आई। यह कॉल देहरादून (उत्तराखंड) से आई थी। तीसरी कॉल 22 अगस्त को पंचकूला (हरियाणा) से आई थी। इसमें कहा गया कि पैसा लेकर चंडीगढ़ आना है। 22 अगस्त को ही अनुज की मां और पुलिस की टीम पैसा लेकर रवाना हो गए। फिर कॉल आई कि आप लोग वेट करो, जल्द बता दिया जाएगा कि कहां आना है। इसके बाद आरोपियों ने उन्हें कालका रेलवे स्टेशन से शिमला आने के लिए कहा। इसके लिए शिमला एक्सप्रैस ट्रेन की लास्ट बोगी में बैठने के लिए कहा। धर्मपुर रेलवे स्टेशन के पास पैसों से भरा बैग फैंकने को कहा था।
25 अगस्त को सुबह 3:45 बजे ट्रेन में युवक की मां और पुलिस बैठ गई। इसके बाद बदमाशों ने धर्मपुर रेलवे स्टेशन के आसपास पैसों से भरा बैग फैंकने के लिए कहा। धर्मपुर रेलवे स्टेशन पर पहले से मौजूद पुलिस को वॉकी-टॉकी लेकर घूम रहे युवक पर शक हुआ। एस.आई. हरिओम सिंह ने उसका पीछा करना शुरू किया। युवक को पुलिस की मौजूदगी का शक हुआ तो वह भागने लगा। हरिओम और अन्य पुलिस कर्मियों ने उसे दबोच लिया। पूछताछ में आरोपी ने युवक का किडनैप करना कबूल कर लिया। उसने अपने अन्य साथियों की लोकेशन के बारे में जानकारी दी। इसके बाद पुलिस की टीम सोलन के वार्ड नंबर 1 में उस मकान में पहुंची जहां युवक को बंधक बना रखा था। पुलिस ने सुबह युवक को छुड़ा लिया। साथ ही 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं गिरफ्तारी की सूचना जयपुर पुलिस ने सोलन पुलिस को भी दी।
किडनैपिंग का मास्टरमाइंड वीरेंद्र सिंह (40) पुत्र बन्नी सिंह सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। वह डीग जिले के कोतवाली थाना इलाके के वैदाशी ऑयल मिल अऊ गेट का रहने वाला है। वह अभी हिमाचल के सोलन जिले में आदर्श विहार सपरून में किराए के मकान में रहता है। उसने यू.पी. में ऑयल मिल का काम शुरू किया था, जिसमें उसे भारी नुक्सान हुआ था। इसके अलावा विनोद (26) पुत्र भगवान सिंह और अमित कुमार (24) पुत्र पूरण सिंह डीग के कोतवाली पुलिस थाना इलाके के अऊ गेट के रहने वाले हैं। जितेंद्र भंडारी (21) पुत्र रामजीत अलवर जिले के कठूमर थाना इलाके के गांव गारू का निवासी है। जमुना सरकार (36) सोलन में सपरून में किराए पर रहती है। जिस मकान में अनुज को बंधक बना रखा था, उस मकान में वीरेंद्र और जमुना रहते हैं। सभी को गिरफ्तार करके जयपुर पुलिस अपने साथ ले गई है।