Edited By Kuldeep, Updated: 26 Oct, 2024 08:25 PM
जिला सोलन में दवाओं व खाद्य पदार्थों के बाद अब सब्जियों के सैंपल भी फेल होने शुरू हो गए हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग (शहरी) द्वारा शहर में लिए गए सब्जियों के सैंपल में हरे मटर का सैंपल फेल हो गया है।
सोलन (ब्यूरो): जिला सोलन में दवाओं व खाद्य पदार्थों के बाद अब सब्जियों के सैंपल भी फेल होने शुरू हो गए हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग (शहरी) द्वारा शहर में लिए गए सब्जियों के सैंपल में हरे मटर का सैंपल फेल हो गया है। चिंता की बात यह है कि मटर में लैड (सीसा) की मात्रा पाई गई है। इसके कारण मटर को असुरक्षित करार दिया है। हालांकि विभाग द्वारा सोलन शहर में हरे मटर, शिमला मिर्च, आड़ू व नाशपाती के सैंपल लिए गए थे। विभाग यह जानना चाह रहा था कि कीटनाशक दवाओं व रासायनिक खादों का इनकी गुणवत्ता पर कितना असर पड़ रहा है।
विभाग ने इन सैंपलों को जांच के लिए आईटीसी पंचकूला भेजा। इन सैंपलों की जब रिपोर्ट आई तो विभाग के अधिकारी यह देखकर हैरान रह गए कि हरे मटर को छोड़कर सभी सब्जियों व फलों के सैंपल पास हो गए लेकिन मटर का सैंपल कीटनाशक दवाओं व रासायनिक खादों के कारण नहीं बल्कि लैड की मात्रा के कारण फेल हो गया है। अब यह सवाल पैदा हो गया है कि मटर में लैड की मात्रा कैसे विकसित हुई है।
बताया जा रहा है कि मटर की सिंचाई के लिए इस्तेमाल हो रहे पानी में लैड की मात्रा हो, जो मटर के अंदर विकसित हुई है। लोगों ने खराब पड़े इलैक्ट्रॉनिक उपकरणों को इधर-उधर फैंका हुआ है। इन उपकरणों का लैड पानी में घुल कर खेतों में पहुंच रहा है। उससे फसलें भी खराब हो रही हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग (एमसी एरिया) सहायक आयुक्त डा. अतुल कायस्थ ने बताया कि हैरानी की बात यह है कि मटर में लैड की मात्रा पाई गई है। इस मामले में नियमों के तहत कार्रवाई की जा रही है।
सब्जियों व फलों के सैंपल लिए जाएंगे
यह मामला सामने आने के बाद विभाग ने योजना बनाई है कि अब समय पर सब्जियों व फलों के सैंपल लिए जाएंगे। यह भी पता नहीं चला है कि यह मटर दुकान में कहां से आया होगा क्योंकि सब्जी मंडी में मटर की आपूर्ति पंजाब से हो रही है। इसके अलावा जिला सिरमौर व जिला मंडी से भी बड़ी मात्रा में आ रहा है। इससे पूर्व मटर जिला किन्नौर व लाहौल-स्पीति से भी आ रहा था।