Edited By Rahul Singh, Updated: 04 Aug, 2024 04:08 PM
जिला सिरमौर के दुगना गांव में एक दुखद सामचार मिला है। बता दें कि पिछले कुछ दिन पहले आई बाढ़ ने कई परिवारों को तबाह कर दिया ओर कईयों अभी भी तलाश जारी है। जानकारी के अनुसार, दुगना निवासी अजय पुंडीर के घर पर कुछ महीनों में शहनाई बजने वाली थी। परिवार के...
सिरमौर। जिला सिरमौर के दुगना गांव में एक दुखद सामचार मिला है। बता दें कि पिछले कुछ दिन पहले आई बाढ़ ने कई परिवारों को तबाह कर दिया ओर कईयों अभी भी तलाश जारी है। जानकारी के अनुसार, दुगना निवासी अजय पुंडीर के घर पर कुछ महीनों में शहनाई बजने वाली थी। परिवार के लोग अजय की शादी की तैयारी में लगे थे। परिजनों से जानकारी मिली है कि अजय ने खुद लड़की पसंद की हुई थी।
उसने एक सप्ताह की छुट्टी के लिए घर आना था कि इससे पहले वीरवार रात को बादल फटने की घटना हो गई। जिससे परिवार में खुशियां आने से पहले ही मातम में बदल गई। रामपुर के समेज में बुधवार रात को हुई बादल फटने की घटना से आई बाढ़ का पता चलाने पर वीरवार तड़के ही परिजनों ने अजय से संपर्क करना शुरू किया, तो उससे संपर्क ना हुआ।
कई लोगों को निकाल चुका था बाहर
बाढ़ आने पर अजय ने अपने कंपनी के साथियों तथा दो बच्चों को बाहर निकाल तथा खुद भी सुरक्षित स्थान पर पहुंच गया। लेकिन इसी दौरान उसे अपनी मां समान मालकिन की याद आई, तो अजय दोबारा मकान मालकिन को बचाने के लिए घर के अंदर गया। अजय जब मकान मालकिन को बाहर निकाल रहा था तो इसी दौरान पानी का सैलाब आ गया। जो दोनों को अपने साथ बहा कर ले गया।
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मातम में बदली खुशी
अजय पिछले 14 वर्षों से इसी घर में किराएदार के रूप में रहता था। अजय के चाचा मुंशी राम ने बताया कि वह मकान मालिक को अपनी मां की तरह मानता था। धर्म की मां को बचाने के लिए अजय ने अपना जीवन दांव पर लगा दिया। जबकि अपने माता-पिता को जिंदगी भर का गम दे गया। पीछे परिवार रो रो कर बुरा हाल है।