हिमाचल की यह बेटी न्यायिक सेवा परीक्षा पास कर बनी सिविल जज

Edited By kirti, Updated: 09 Dec, 2019 12:13 PM

shruti bansal

जरूरी नहीं रोशनी चिरागों से ही हो, बेटियां भी घर में उजाला करती हैं। इन पंक्तियों को चरितार्थ किया है निरमंड क्षेत्र के अरसू गांव की श्रुति बंसल ने। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के निरमंड तहसील के अरसु गांव की बेटी श्रुति बंसल ने हिमाचल लोक सेवा...

आनी (ब्यूरो): जरूरी नहीं रोशनी चिरागों से ही हो, बेटियां भी घर में उजाला करती हैं। इन पंक्तियों को चरितार्थ किया है निरमंड क्षेत्र के अरसू गांव की श्रुति बंसल ने। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के निरमंड तहसील के अरसु गांव की बेटी श्रुति बंसल ने हिमाचल लोक सेवा आयोग द्वारा न्यायिक सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करके सिविल जज बनने का गौरव हासिल किया है। 29 नवम्बर 1989 को निरमंड के अरसू में भाजपा नेता सोहन लाल बंसल और गृहिणी कांता देवी के घर पर जन्मी श्रुति बंसल बचपन से ही पढ़ाई के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी दिलचस्पी दिखाती थी। श्रुति बंसल के पति प्रशांत सिंह वर्तमान में जिला सहायक न्यायवादी के पद पर कंडाघाट में सेवाएं दे रहे हैं। श्रुति बंसल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अरसू से करने के बाद जमा दो की पढ़ाई भी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अरसू से अच्छे अंकों में उत्तीर्ण की। इसके बाद स्नातकोत्तर की पढ़ाई राजकीय महाविद्यालय रामपुर से पूरी की।
PunjabKesari

श्रुति बंसल ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एलएल.बी. की डिग्री करने के बाद जिला एवं सत्र न्यायालय रामपुर में बतौर अधिवक्ता अपनी बेहतरीन सेवाएं दीं। एलएल.एम. की पढ़ाई करने के साथ-साथ अपनी परीक्षा की तैयारियों में भी श्रुति जुटी रही। अपने तीसरे प्रयास में श्रुति ने सिविल जज बनकर समूचे क्षेत्र का सीना गर्व से ऊंचा करके एक मिसाल पेश की है। अब श्रुति बंसल हिमाचल प्रदेश न्यायिक सेवा में सिविल जज कैडर में न्यायिक अधिकारी (सिविल जज) बनेगी। आनी विधानसभा के विधायक किशोरी लाल सागर ने सोहन लाल बंसल के घर जा कर बेटी को लड्डू खिलाकर बधाई देते हुए श्रुति को क्षेत्र की अन्य लड़कियों और महिलाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बताया। उन्होंने बताया कि श्रुति बंसल ने सिविल जज बनकर समूचे आनी विधानसभा क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि हमें क्षेत्र की बेटी पर नाज है।
PunjabKesari

श्रुति बंसल के पिता सोहन लाल बंसल ने बताया कि उन्हें बेटी की उपलब्धि पर नाज है। श्रुति बंसल बचपन से ही हर काम के प्रति पूर्ण समर्पण भाव रखती थी, जिसके चलते आज यह संभव हुआ है। श्रुति के पति न्यायिक सेवाओं में सहायक जिला न्यायवादी प्रशांत सिंह ने श्रुति को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें अपनी पत्नी पर गर्व है। घर का सारा काम-काज संभालने के बाद ऐसी उपलब्धि हासिल करना सचमुच असाधारण है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!