Edited By Punjab Kesari, Updated: 29 Jul, 2017 09:10 AM
हिमाचल कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी सुशील कुमार शिंदे के हिमाचल दौरे से पहले ही पार्टी में राजनीति गर्माती नजर आ रही है।
शिमला: हिमाचल कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी सुशील कुमार शिंदे के हिमाचल दौरे से पहले ही पार्टी में राजनीति गर्माती नजर आ रही है। आलम यह है कि नए प्रभारी धर्मशाला या शिमला में विधायकों के साथ बैठक करेंगे। इसको लेकर सभी में संशय का मौहाल बना हुआ है। वहीं शिंदे का धर्मशाला दौरा प्रस्तावित है। इसके तहत वह 2 अगस्त को धर्मशाला पहुंचेंगे और उसी दिन जिला पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसी कड़ी में उनका 3 अगस्त को यहां ही मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठक करने का कार्यक्रम प्रस्तावित है।
कांगड़ा कांग्रेस 2 धड़ों में बंटी
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस का एक धड़ा 3 अगस्त को धर्मशाला में होने वाली बैठक को शिमला में करवाना चाहता है। इसके लिए 2 मुख्य कारण बताए जा रहे हैं। पार्टी के अधिकतर बड़े नेता शिमला में ही रहते हैं इसलिए ज्यादा नेताओं को प्रभारी की बैठक के लिए लंबा सफर नहीं करना पड़ेगा, वहीं पार्टी के हर विधायक भी काम से रुटीन में शिमला पहुंचते हैं इसलिए प्रभारी की बैठक में सभी आसानी से मौजूद रह सकेंगे। दूसरा बड़ा कारण यह भी है कि वर्तमान में कांगड़ा कांग्रेस 2 धड़ों में बंटी है। धर्मशाला दौरे के दौरान खुलकर प्रभारी के समक्ष दोनों धड़े आमने-सामने हो सकते हैं।
जुबानी हमले का मामला भी उठेगा
विधायकों की नवनियुक्त प्रभारी से होने वाली बैठक के दौरान पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया द्वारा सार्वजनिक तौर पर मुख्यमंत्री सहित अन्य के खिलाफ किए जा रहे जुबानी हमले का मामला भी उठेगा। इसके साथ ही पत्र बम का भी पोस्टमार्टम होगा। उधर, चुनाव नजदीक आने के चलते पार्टी से निलंबित चल रहे कांग्रेस नेताओं की भी जल्द संगठन में वापसी हो सकती है। इनमें 4 पूर्व विधायकों सहित 33 के करीब पदाधिकारी शामिल हैं।