Edited By Kuldeep, Updated: 12 May, 2025 09:47 PM

बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में 6 निजी शिक्षण संस्थानों से कब्जे में लिए गए रिकॉर्ड को सीबीआई ने खंगालना शुरू कर दिया है।
शिमला (ब्यूरो): बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में 6 निजी शिक्षण संस्थानों से कब्जे में लिए गए रिकॉर्ड को सीबीआई ने खंगालना शुरू कर दिया है। इनमें मुख्य रूप से कंप्यूटरों की हार्ड डिस्क, छात्रवृत्ति राशि का आबंटन, छात्रावास, एडमिशन सहित अन्य रिकॉर्ड शामिल बताया जा रहा है। संबंधित संस्थानों पर बड़े स्तर पर छात्रवृत्ति की राशि हड़पने का आरोप है। ऐसे में जांच टीम हर पहलुओं को गंभीरता से खंगाल रही है। गौर हो कि छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में सामने साक्ष्य के आधार पर सीबीआई ने 6 संस्थानों के खिलाफ नए सिरे से जांच शुरू की है।
इसी कड़ी में अदालत से बीते दिनों सर्च वारंट मिलने के बाद सीबीआई ने हिमाचल के साथ ही हरियाणा और पंजाब में स्थित संबंधित निजी शिक्षण संस्थानों में दबिश देकर अहम रिकार्ड कब्जे में लिया था। लगातार 2 दिनों तक ये कार्रवाई अमल में लाई गई। सीबीआई आगामी 30 मई को अपनी रिपोर्ट अदालत में पेश करेगी। मामले की जांच के तहत सीबीआई की अलग-अलग टीमें हिमाचल के साथ ही हरियाणा और पंजाब में सक्रिय हैं।
कई तरह की अनियमितताएं बरतीं
आरोप है कि संबंधित निजी संस्थानों ने छात्रवृत्ति की राशि हड़पने के लिए कई तरह की अनियमितताएं बरतीं। इसके तहत कुछ छात्रों की तो जाति तक को ही बदल दिया गया। संस्थान छोड़ चुके छात्रों को फर्जी तरीके से रिकॉर्ड में छात्र दर्शाया और विषय बदल कर छात्रवृत्तियां हड़पी गईं। यही नहीं छात्रवृत्तियां हड़पने के लिए डे-स्कॉलर छात्र को होस्टलियर दर्शाया गया।
ईडी भी कर रही जांच
छात्रवृत्ति घोटाले में ईडी भी सीबीआई द्वारा दर्ज केस के तहत मनी लॉन्ड्रिंग एंगल से जांच कर रही है। इसके तहत कुछ गिरफ्तारियां भी ईडी पूर्व में कर चुकी है। इसी तरह 30.5 करोड़ रुपए, मूल्य की चल-अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से अटैच किया है। संपत्तियों में शैक्षणिक संस्थानों की जमीन, भवन, बैंक खातों की राशि और अन्य परिसंपत्तियां शामिल हैं।