Edited By Kuldeep, Updated: 10 Apr, 2023 09:41 PM

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 18 अप्रैल को अपने पहले दौरे पर शिमला पहुंच रही हैं। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू यहां पहुंचने पर उनकी अगवानी करेंगे।
शिमला (कुलदीप): राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 18 अप्रैल को अपने पहले दौरे पर शिमला पहुंच रही हैं। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू यहां पहुंचने पर उनकी अगवानी करेंगे। राष्ट्रपति के सम्मान में 18 अप्रैल को राज्यपाल की तरफ से रात्रि भोज का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान राजभवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी होगा। उनका 19 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के दीक्षांत समारोह में भाग लेने का कार्यक्रम है। वह दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के 10 मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित करेंगी। उनके दौरे के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा तथा राष्ट्रपति की तरफ से सम्मानित होने वाले मेधावी विद्यार्थियों एवं उनके आसपास रहने वाले गण्यमान्य अतिथियों को आर.टी.पी.सी.आर. टैस्ट करवाना होगा। राष्ट्रपति का 19 अप्रैल को चौड़ा मैदान के नजदीक यारोज में स्थित राष्ट्रीय लेखा एवं लेखा परीक्षा अकादमी के प्रशिक्षुओं (प्रोबेशनर)के कार्यक्रम में शामिल होने का कार्यक्रम भी है। राष्ट्रपति की तरफ से 20 अप्रैल को राष्ट्रपति निवास रिट्रीट में एट होम का आयोजन भी किया जाएगा।
इस बार महापौर नहीं कर पाएंगे अगवानी
नगर निगम शिमला के महापौर को शहर का प्रथम नागरिक होने का सम्मान प्राप्त है। इस समय नगर निगम में महापौर की कुर्सी खाली है। ऐसे में इस बार प्रथम नागरिक उनका सम्मान नहीं कर पाएंगे।
टयूलिप गार्डन का करेंगी शुभारंभ
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने दौरे के दौरान टयूलिप गार्डन का विधिवत शुभारंभ करंेगी। उनके दौरे के बाद राष्ट्रपति निवास को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इसके लिए भारतीय नागरिकों को 50 रुपए प्रति व्यक्ति और विदेशी नागरिकों के लिए 250 रुपए प्रति व्यक्ति प्रवेश शुल्क देना होगा। सभी सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए 30 जून तक प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है। राष्ट्रपति निवास सोमवार को राजपत्रित अवकाश एवं राष्ट्रपति के आगमन के दौरान आम जनता के लिए बंद रहेगा।
केंद्रीय सुरक्षा एजैंसियां संभालेंगी मोर्चा, सड़कें होने लगी दुरुस्त
राष्ट्रपति के दौरे के दौरान मुख्य रूप से केंद्रीय सुरक्षा एजैंसियां मोर्चा संभालेंगी। इसके लिए ट्रैफिक प्लान को तैयार कर लिया गया है। राष्ट्रपति जिस जगह से गुजरेगी, वहां की सड़कों की हालत को दुरुस्त किया जा रहा है। इसके अलावा सरकारी स्तर पर उच्च अधिकारी लगातार बैठकें कर रहे हैं।