Edited By kirti, Updated: 03 Jan, 2019 05:04 PM
मंडी जिला के कॉलेजों में शिक्षा के आधारभूत ढांचेकी कमी को लेकर एसएफआई ने कसरत तेज कर दी है। साथ ही जिला के 7 कालेज जोकि अस्थाई भवनों में चल रहे है उसके लिए छात्रों और उनके अभिभावकों को लामबंद करने का काम भी एसएफआई करने वाली है। दरअसल फरवरी माह में...
मंडी (नीरज) : मंडी जिला के कॉलेजों में शिक्षा के आधारभूत ढांचेकी कमी को लेकर एसएफआई ने कसरत तेज कर दी है। साथ ही जिला के 7 कालेज जोकि अस्थाई भवनों में चल रहे है उसके लिए छात्रों और उनके अभिभावकों को लामबंद करने का काम भी एसएफआई करने वाली है। दरअसल फरवरी माह में होने वाले छात्र हित संघर्षके लिए एसएफआई ने मंडी में एक वैचारिक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया। जिसमें मंडी जिला के 15 कॉलेजों से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
भवनों की सुविधा न होने पर भी चिंता जाहिर की
शिविर के दौरान एसएफआई के पूर्व प्रदेश सचिव व अन्य पदाधिकारियों ने प्रशिक्षुओं को कानून व संविधान, सांप्रदायिकता, महिला सुरक्षा, सोशल मीडिया के साथ ही अन्य विषयों के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही यह भी रणनीति बनाई गई कि आगामी फरवरी माह में विभिन्न कालेजों में जाकर शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए छात्रों व अभिभावकों को लामबंद किया जाएगा। एसएफआई ने जिला के 7 कॉलेजों के भवनों की सुविधा न होने पर भी चिंता जाहिर की। एसएफआई के जिला सचिव रोहित ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षा के आधारभूत सुविधाओं व छात्र हितों की लड़ाई को भविष्य में और तेज किया जाएगा व सरकार के खिलाफ धरने प्रदर्शन किए जाएंगे। उन्होने बताया कि इस दो दिवसीय वैचारिक प्रशिक्षण शिविर का मुख्य उद्देश्य छात्रों को वैचारिक तौर पर मजबूत बनाना है ताकि वे निर्भीक होकर अपनी बात सरकार व विभाग के समक्ष रख सकें।