Edited By Vijay, Updated: 26 Feb, 2020 02:55 PM
ऊना जिला में खनन को लेकर सरकार और प्रशासन लगातार विपक्ष के निशाने पर चल रहे हैं। वहीं बजट सत्र के दौरान भी इस मुद्दे की गूंज सुनाई देने के पूरे आसार हैं। कुछ माह पूर्व विधानसभा की प्राकलन समिति की ऊना में हुई बैठक के दौरान भी यह मुद्दा उठा था, जिसके...
ऊना (अमित): ऊना जिला में खनन को लेकर सरकार और प्रशासन लगातार विपक्ष के निशाने पर चल रहे हैं। वहीं बजट सत्र के दौरान भी इस मुद्दे की गूंज सुनाई देने के पूरे आसार हैं। कुछ माह पूर्व विधानसभा की प्राकलन समिति की ऊना में हुई बैठक के दौरान भी यह मुद्दा उठा था, जिसके बाद प्राकलन समिति ने हाल ही में कई अधिकारियों को तलब किया था। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल भी खनन के कारण स्वां नदी चैनेलाइजेशन को हो रहे नुक्सान पर चिंता व्यक्त कर चुके हैं।
सत्तापक्ष और विपक्ष से हो रही खिंचाई के बाद प्रशासन ने खनन को लेकर कदमताल तेज कर दी है। इसी कड़ी के तहत एसडीएम ऊना सुरेश जसवाल ने उद्योग विभाग के सभागार में स्वां नदी के भीतर काम कर रहे खनन पट्टाधारकों के साथ बैठक की। इस दौरान जिला खनन अधिकारी परमजीत सिंह भी मौजूद रहे। एसडीएम ने खनन पट्टाधारकों को ट्रकों-टिप्परों में ओवरलोडिंग न करने के साथ ही अवैध और अवैज्ञानिक खनन बंद करने के निर्देश दिए। उन्होंने खनन पट्टाधारकों को खनन सामग्री के डंप लीज एरिया से करीब एक किलोमीटर दूर लगाने की भी हिदायत दी।
एसडीएम ने खनन पट्टाधारकों को स्पष्ट चेतावनी दी है कि प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करने वाले खनन पट्टाधारकों की लीज रद्द कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि खनन नियमों की पालना करवाने को लेकर खनन पट्टाधारकों के साथ बैठक की गई है। उन्होंने माना कि अक्सर निरीक्षण के दौरान यह पाया जाता है कि लीज होल्डर नियमों की पालना नहीं करते हंै। उन्होंने कहा कि भविष्य में जो भी नियमों की अवहेलना करता पकड़ा जाएगा उसकी लीज रद्द कर दी जाएगी।