Edited By Ekta, Updated: 20 Jun, 2018 12:33 PM
मनाली सहित लाहौल के पहाड़ों में कदमताल ने रफ्तार पकड़ ली है। देशी ट्रैकरों के साथ विदेशी ट्रैकरों ने भी पहाड़ों का रुख करना शुरू कर दिया है। समर सीजन के ढलान पर पहुंचते ही ट्रैकिंग कारोबार गति पकड़ लेगा। बरसात के दिनों में ट्रैकर मनाली का रुख करते...
मनाली (सोनू): मनाली सहित लाहौल के पहाड़ों में कदमताल ने रफ्तार पकड़ ली है। देशी ट्रैकरों के साथ विदेशी ट्रैकरों ने भी पहाड़ों का रुख करना शुरू कर दिया है। समर सीजन के ढलान पर पहुंचते ही ट्रैकिंग कारोबार गति पकड़ लेगा। बरसात के दिनों में ट्रैकर मनाली का रुख करते हैं। बर्फबारी के कारण पिछले साल से बंद पड़े लंबे ट्रैक रूटों पर भी कदमताल शुरू हो गई है। जुलाई माह के पहले सप्ताह में विदेशी ट्रैकर घाटी में दस्तक देंगे। जून महीने में देशभर के ट्रैकरों की संख्या अधिक देखने को मिली है। स्कूल और कालेज के ग्रुपों ने भी ट्रैकिंग में रुचि दिखाई है।
अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली सहित कई ट्रैवल एजैंसियां पहाड़ों में कदमताल करवा रही हैं। प्रदेश भर के अधिकतर ट्रैक रूट खुल गए हैं जबकि जुलाई के प्रथम सप्ताह में लंबे ट्रैक रूटों चंद्रताल से बारालाचा, दारचा से पदम, मयाड़ के कांगला ग्लेशियर से कारगिल-जंसकर, मनाली-हामटा से छतडू, मनाली-जगतसुख से गोरुपास-पीन पास-किन्नौर, मनाली से बड़ा भंगाल, पिन वैली से स्पीति व मनाली से हनुमान टिब्बा सहित समस्त रूटों पर कदमताल शुरू हो जाएगी। दशकों से ट्रैकिंग व्यवसाय से जुड़े हिमालयन एडवैंचर के संचालक रूप चंद नेगी ने बताया कि जून महीने में देशभर के स्कूल व कालेजों के विद्याॢथयों के कारण मनाली व कुल्लू में खूब रौनक लगी है। जून के अंत में विदेशी ग्रुपों से मनाली चहकने वाली है। ये अधिकतर विदेशी ग्रुप पहाड़ों को नापने के मकसद से मनाली आ रहे हैं।