Edited By kirti, Updated: 01 Aug, 2019 10:03 AM
भांग व चरस के साथ अब कच्ची शराब कुल्लू के माहौल को बिगाड़ने लगी है। पुलिस प्रशासन कुल्लू को नशा मुक्त करने के लिए भांग, चरस व अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों को दबोचने में जुटा है लेकिन शहर में आसानी से उपलब्ध हो रहे सस्ते नशे की ओर किसी का...
कुल्लू : भांग व चरस के साथ अब कच्ची शराब कुल्लू के माहौल को बिगाड़ने लगी है। पुलिस प्रशासन कुल्लू को नशा मुक्त करने के लिए भांग, चरस व अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों को दबोचने में जुटा है लेकिन शहर में आसानी से उपलब्ध हो रहे सस्ते नशे की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा। शहर में लीटरों के हिसाब से कच्ची शराब बिक्री के लिए पहुंच रही है जिसके खरीददारों की संख्या बहुत ही ज्यादा है। इतना ही नहीं, ग्रामीण क्षेत्रों से कुल्लू के अलावा भुंतर व अन्य कस्बों में कच्ची शराब की खेप पहुंच रही है। कई टी-स्टाल व ढाबे शाम होते ही मयखानों में बदल जाते हैं। हालांकि सख्त कार्रवाई न होने की वजह से कच्ची शराब का धंधा फलता-फूलता जा रहा है लेकिन विभाग इस ओर से अनजान बना बैठा है। शहर के लोगों ने मांग की है कि कच्ची शराब के धंधे पर शिकंजा कसा जाए।
शराब बेचने का अपनाया नया फंडा
कहते हैं कि चोर चोरी से जाए लेकिन हेराफेरी से न जाए। यही कहावत अब कच्ची शराब बेचने वालों पर सिद्ध होने लगी है क्योंकि कच्ची शराब के व्यापारी पूरी होशियारी से काम लेते हुए शराब ठिकाने तक पहुंचाने के नए फंडे अपनाने लगे हैं। ऐसे लोगों को मालूम है कि पुलिस की गश्त अगर होगी भी तो या तो रात के समय में या फिर सुबह-सुबह होगी। इसलिए ये लोग अब दोपहर के समय खरीददार के वेश में पीठ पर बड़ा-सा बैग उठाए हुए कच्ची शराब को बेच रहे हैं जिसकी भनक आम जनता को तो क्या पुलिस को भी नहीं लग पा रही।