Edited By Vijay, Updated: 26 Aug, 2018 07:59 PM
विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि राफेल डील के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी से केंद्र सरकार कटघरे में है। उन्होंने प्रैस बयान में कहा कि इस डील के सभी पहलुओं की जांच की जानी चाहिए, इसलिए कांग्रेस लगातार इस मसले को उठा रही है।
सुजानपुर: विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि राफेल डील के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी से केंद्र सरकार कटघरे में है। उन्होंने प्रैस बयान में कहा कि इस डील के सभी पहलुओं की जांच की जानी चाहिए, इसलिए कांग्रेस लगातार इस मसले को उठा रही है। उन्होंने कहा कि यू.पी.ए. सरकार के दौरान राफेल को लेकर एक समझौता किया गया था, जिसके तहत यह सौदा 526 करोड़ रुपए में हुआ था। यू.पी.ए. सरकार ने तब फ्रांस से 126 लड़ाकू विमानों के लिए करार कर लिए थे। इस करार के मुताबिक फ्रांस 18 विमान मुहैया करवाने वाला था जबकि बाकी का निर्माण भारत में किया जाना था। उन्होंने कहा कि यू.पी.ए. सरकार के उस करार के मुताबिक 36 विमानों का बजट करीब 18,940 करोड़ रुपए पड़ता लेकिन मोदी सरकार ने राफेल को लेकर फ्रांस से जो समझौता किया है उसका खुलासा नहीं किया जा रहा है बल्कि उसे छिपाया जा रहा है।
36 विमानों की कीमत नहीं की जा रही सार्वजनिक
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन 36 विमानों को लेकर फ्रांस की कंपनी से समझौता किया है उनकी कीमत को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है जबकि देश इसके बारे में जानना चाहता है। उन्होंने कहा कि इस डील की जो बात अब सामने आई है, इससे पता चलता है कि राफेल डील पर 60145 करोड़ रुपए खर्च होंगे, इसके अनुसार प्रति विमान सरकार को 1670 करोड़ रुपए के पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि न खाएंगे, न खाने देंगे और भ्रष्टाचार पर नकेल कसेंगे लेकिन राफेल डील ने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।