Edited By Kuldeep, Updated: 11 Aug, 2024 11:44 PM
समेज त्रासदी में लापता लोगों को परिजनों से मिलाने के लिए पुलिस की डीएनए मिलान तकनीक मददगार साबित हो रही है। अभी तक 2 अज्ञात शवों की पहचान डीएनए के माध्यम से हो चुकी है।
रामपुर बुशहर (नोगल): समेज त्रासदी में लापता लोगों को परिजनों से मिलाने के लिए पुलिस की डीएनए मिलान तकनीक मददगार साबित हो रही है। अभी तक 2 अज्ञात शवों की पहचान डीएनए के माध्यम से हो चुकी है। इनमें संतोष कुमारी (54) पत्नी सूरत राम निवासी कनराढ़, डाकघर सुघा, तहसील रामपुर की पहचान उनके पुत्र राजेश कुमार तथा रूप सिंह (52) पुत्र सुखराम निवासी डाकघर सरपारा, तहसील रामपुर की पहचान उनके पुत्र साहिल के डीएनए मिलान से हुई है। पुलिस ने करीब 37 डीएनए सैंपल लिए हैं। इनके आधार पर डीएनए मिलान हो रहा है।
डीसी शिमला अनुपम कश्यप ने कहा कि कई शव क्षत-विक्षत हालात में मिले हैं, जिनकी पहचान करना सबसे बड़ी चुनौती है लेकिन लापता लोगों के परिजनों के डीएनए सैंपल लिए हैं। फिर शवों के डीएनए सैंपल से मिलान करवा रहे हैं। इनमें से 2 शवों के डीएनए मिलान कर लिए गए हैं। ये दोनों व्यक्ति शिमला जिला क्षेत्र में रहते थे। एसपी संजीव कुमार गांधी ने कहा कि डीएनए मिलान से ही परिजनों को शव मिल पा रहे है क्योंकि कई शवों की पहचान बिना डीएनए के संभव नहीं थी।
समेज क्षेत्र में बिजली व पेयजल आपूर्ति हुई बहाल
समेज त्रासदी से प्रभावित क्षेत्र में बिजली एवं पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गई है। कई जगह से पाइपें, बिजली के खंभे एवं तारें गायब हो गई थी। ऐसे में संबंधित विभागों ने नई तारें, खंभे और पानी की पाइपें बिछाई हैं। एसडीएम रामपुर निशांत तोमर ने बताया कि समेज में बिजली और पेयजल की आपूर्ति बहाल कर दी गई है। दोनों विभागों ने दिन-रात मेहनत करके कार्य को तीव्र गति से अंजाम दिया।