Edited By Vijay, Updated: 24 Oct, 2019 09:17 PM
जिला हमीरपुर के सिविल अस्पताल बड़सर में डायरिया से पीड़ित बच्ची की इंजैक्शन लगने के उपरांत हुई मौत के मामले में आक्रोशित परिजनों में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा फूटा। बच्ची के परिजनों व क्षेत्र के लोगों ने बुधवार रात को अस्पताल व उपमंडल...
दियोटसिद्ध: जिला हमीरपुर के सिविल अस्पताल बड़सर में डायरिया से पीड़ित बच्ची की इंजैक्शन लगने के उपरांत हुई मौत के मामले में आक्रोशित परिजनों में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा फूटा। बच्ची के परिजनों व क्षेत्र के लोगों ने बुधवार रात को अस्पताल व उपमंडल प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन व नारेबाजी की तथा बड़सर में ऊना-मंडी हाईवे पर चक्का जाम कर दिया। आक्रोशित परिजन व क्षेत्र के लोग प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से बड़सर बीएमओ हेतराम कालिया के तत्काल प्रभाव से निलंबन की मांग कर रहे थे। बच्ची के परिजनों ने कहा कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण ही उनकी बच्ची की मौत हुई है।
प्रदर्शनकारियों के आगे बेबस व असहाय नजर आया प्रशासन
प्रदर्शनकारियों द्वारा हाईवे पर चक्का जाम किए जाने के कारण हरकत में आते हुए मौके पर पहुंचे एसडीएम बड़सर व डीएसपी बड़सर ने जाम को खुलवाने का काफी प्रयास किया लेकिन आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी। बच्ची के परिजनों व क्षेत्र के लोगों ने एसडीएम व डीएसपी को स्पष्ट कह दिया कि जाम तब तक नहीं खुलेगा जब तक बीएमओ हेतराम कालिया को निलंबित नहीं कर दिया जाता। प्रदर्शनकारियों के आगे उपमंडल प्रशासन बेबस व असहाय नजर आया।
अस्पताल परिसर में पथराव काे लेकर पुलिस से हुई झड़प
माहौल उस समय और तनावपूर्ण हो गया, जब प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल परिसर में पथराव करना शुरू कर दिया। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को खदेडऩा शुरू किया, जिससे प्रदर्शनकारियों व पुलिस में झड़प हो गई। उधर, वीरवार को मामले की जांच को लेकर सीएमओ डॉ. अर्चना सोनी, एडीसी रतन गौतम व ड्रग इंस्पैक्टर अभिषेक सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सारी स्थिति का जायजा लिया तथा उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर सीएमओ ने कहा कि दवा का स्टॉक सील कर दिया तथा मामले की छानबीन की जाएगी। दोषी पाए जाने पर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
रातभर थमे रहे वाहनों के पहिए, सवारियां हुईं परेशान
प्रदर्शनकारियों द्वारा चक्का जाम किए जाने के कारण सवारियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। चक्का जाम के कारण बड़सर व मैहरे बाजार के दोनों छोर में लगभग 2 किलोमीटर तक जाम की स्थिति बनी रही। हालांकि कई बस रूट भी प्रभावित हुए। दिल्ली जाने वाली 3 वोल्वो बसों के पहिए जब 5 घंटे तक जाम रहे तो सवारियों की मांग पर उन्हें लगभग साढ़े 12 बजे वाया बिझड़ी-दियोटसिद्ध-शाहतलाई होकर भेजना पड़ा। बाजार बंद होने के कारण सवारियों व अन्य वाहन चालकों को रात का खाना भी नसीब नहीं हुआ।
विधायक पर फूटा मृतक बच्ची की मां का गुस्सा
आक्रोशित प्रदर्शनकारियों को प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें कोई सकारात्मक जवाब न मिलने व स्थानीय प्रतिनिधि के मौके पर न पहुंचने पर माहौल और भी तनावपूर्ण हो गया। स्थिति को बिगड़ता देख स्थानीय विधायक को भी रात लगभग 2 बजे मौके पर पहुंचना पड़ा। लखनपाल के पहुंचते ही मृतक बच्ची की मां ने लखनपाल पर जमकर अपना गुबार निकाला। बच्ची की मां ने कहा कि नेता केवल वोट की राजनीति कर रहे हैं, आम जनता से उन्हें कोई सरोकार नहीं है। उनकी इस नालायकी की वजह से संपूर्ण व्यवस्था पंगू बनकर रह गई है। वहीं वीरवार को बच्ची का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बताया जा रहा है बच्ची छोटी होने के चलते उसे दफना दिया गया है।