Edited By Simpy Khanna, Updated: 15 Jan, 2020 05:32 PM
भले ही राज्य सरकार लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए उद्योगों की लाख मदद कर रही हो। मगर उद्योग है कि अपनी मनमर्जी करने से बाज नहीं आते ऐसा ही मामला पावटा साहिब में देखने को मिला जहां एक निजी इकाई उस में काम करने वाले लगभग 42 लोगों को बिना नोटिस के...
पांवटा (प्रेम वर्मा) : भले ही राज्य सरकार लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए उद्योगों की लाख मदद कर रही हो। मगर उद्योग है कि अपनी मनमर्जी करने से बाज नहीं आते ऐसा ही मामला पावटा साहिब में देखने को मिला जहां एक निजी इकाई उस में काम करने वाले लगभग 42 लोगों को बिना नोटिस के बाहर का रास्ता दिखा दिया पिछले हफ्ते शनिवार से इन कर्मियों को निजी ईकाई ने काम से निकाल दिया है।
इतना ही नहीं निकाली गई महिला कर्मियों ने बताया कि जब वह बाथरूम जाते हैं तो उस समय उन्होंने उन पर उनको कोरे कागज में हस्ताक्षर करने के लिए कहा और जिसके बाद उन्हें पता चला कि जब उन्होंने हस्ताक्षर साइन किए तो उस कोरे कागज पर इन्होंने रिजाइन लिखवा दिया है। जिसके बाद सभी कर्मचारियों ने आज कंपनी के बाहर धरना प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।
बाहर निकाले गए कर्मियों ने बताया कि पिछले काफी लंबे समय से वह इस इकाई में काम कर रहे हैं। मगर बिना नोटिस के ही एकाएक उन्हें कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इस पूरे मामले की जानकारी उन्होंने लेबर इंस्पेक्टर को भी दी। मगर किसी ने भी उनके इस मामले को सुलझाने की जहमत नहीं उठाई। वहीं जब हमने कंपनी के कर्मचारियों से बात करनी चाही तो कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।