Edited By Vijay, Updated: 14 Dec, 2019 06:20 PM
देश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर राजनीति गरमाई हुई है और इसी के चलते 6 राज्यों की नागरिकता कानून को न करने पर बवाल मचा हुआ है। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने तो अपने समय में...
हमीरपुर (अरविंदर): देश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर राजनीति गरमाई हुई है और इसी के चलते 6 राज्यों की नागरिकता कानून को न करने पर बवाल मचा हुआ है। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने तो अपने समय में हिन्दू, सिख, शरणार्थियों को ही नागरिकता दी है लेकिन मोदी सरकार ने तो ईसाई, जैन, बौद्ध सबको नागरिकता में शामिल किया है जोकि बढ़िया है। उन्होंने दोटूक शब्दों में कहा कि राजनीतिक तौर पर इसका विरोध करने का कोई औचित्य नहीं रहा है और कांग्रेस को बाद में अपने किए पर स्वयं पछताना पड़ेगा कि नागरिकता को लेकर विरोध किया था।
कांग्रेस सरकार के समया हुआ धारा 118 में 5 से 6 बार संशोधन
वहीं प्रदेश में धारा 118 को लेकर विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष द्वारा बार-बार वाकआऊट करने पर उन्होंने कहा कि धारा 118 में आज तक 5 से 6 बार संशोधन केवल कांग्रेस सरकार के समय में हुआ है। उन्होंने कहा कि धारा 118 पर कांग्रेस केवल मात्र शोर-शराबा करके राजनीति को चमकाने का काम कर रही है, इससे कांग्रेस को कोई लाभ नहीं होगा।