Edited By Vijay, Updated: 27 Aug, 2023 09:23 PM

सरकार के आदेशों के बाद इंदौरा, फतेहपुर, नूरपुर व ज्वाली के अंतर्गत 57 स्टोन क्रशरों की विद्युत सप्लाई विभाग द्वारा काट दी गई है। बरसात के दौरान निचले क्षेत्र में हुई तबाही को देखते हुए सरकार ने क्षेत्र में चल रहे स्टोन क्रशरों को तुरंत प्रभाव से बंद...
डमटाल (सिमरन): सरकार के आदेशों के बाद इंदौरा, फतेहपुर, नूरपुर व ज्वाली के अंतर्गत 57 स्टोन क्रशरों की विद्युत सप्लाई विभाग द्वारा काट दी गई है। बरसात के दौरान निचले क्षेत्र में हुई तबाही को देखते हुए सरकार ने क्षेत्र में चल रहे स्टोन क्रशरों को तुरंत प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने बरसात के दौरान मौजूदा परिस्थितियों के खतरनाक परिवर्तन को देखते हुए ब्यास नदी और उसकी सहायक नदियों में चल रहे स्टोन क्रशर को तुरंत प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया था। इसके तहत नूरपुर और सुल्याली में 7 स्टोन क्रशर, डमटाल के अंतर्गत लोधवां, ढांगू, डमटाल और कंदरोड़ी के 21, इंदौरा के ठाकुरद्वारा, मंड क्षेत्र और इंदौरा में लगे 11, फतेहपुर के तहत रियाली और मंड भोग्रवां में लगे 7 और ज्वाली के तहत नगरोटा सूरियां, कोटला और ज्वाली में 11 कुल 57 स्टोन क्रशरों की विद्युत सप्लाई को सरकार से मिले आदेशों के बाद तुरंत प्रभाव से काट दिया गया है।
लोगों ने नियमों के विपरीत खनन को बताया था तबाही का कारण
जिला कांगड़ा के विधानसभा क्षेत्र इंदौरा के मंड क्षेत्र में पौंग डैम से छोड़े गए पानी के कारण क्षेत्र पूरी तरफ से जलमग्न हो गया था। सरकार को लोगों को पानी से निकालने के लिए वायु सेना और सेना तक को क्षेत्र में उतारना पड़ा था। हजारों लोग बेघर और करोड़ों की फसलें और उपजाऊ भूमि तबाह हो गई है। मुख्यमंत्री ने इंदौरा-फतेहपुर में बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का दौरा किया और प्रभावित लोगों से मिले, जिसमें जनता ने इस तबाही का मुख्य कारण ब्यास दरिया में लगे स्टोन क्रशरों द्वारा नियमों के विपरीत अंधाधुंध अवैध खनन बताया था। वहीं नूरपुर-कंडवाल में लगे स्टोन क्रशर के कारण कंडवाल सड़क और रेल मार्ग पर बने करोड़ों की लागत से पुल, जोकि धराशायी हो चुके हैं और पिछले कई माह से पंजाब, पठानकोट, हिमाचल व जसूर का संपर्क टूटा हुआ है।
सरकार के आदेशों के बाद हुई कार्रवाई
विद्युत बोर्ड ज्वाली के अधिशासी अभियंता आदर्श भारद्वाज, नूरपुर के अधिशासी अभियंता विकास ठाकुर, फतेहपुर के अधिशासी अभियंता अमर सिंह और इंदौरा के अधिशासी अभियंता संदीप सन्याल ने बताया कि खनन विभाग की तरफ से शनिवार को मिले आदेशों के तहत उन्होंने अपने मंडल के तहत आने वाले कुल 57 स्टोन क्रशरों की विद्युत सप्लाई काटने के आदेशों को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है। अधिकतर स्टोन क्रशरों की बिजली सप्लाई काट दी गई है जबकि अन्य क्रशरों की सप्लाई काटने के लिए अधिकारी और कर्मचारी कार्य कर रहे हैं।
क्रशर संचालकों ने मांगी राहत
क्रशर संचालकों ने विद्युत सप्लाई काटने के बाद सरकार से राहत मांगी है। उन्होंने कहा कि उनके स्टोन क्रशर पर कार्य करने वाले कामगार और उनके परिवार रह रहे हैं। सरकार उनके प्लांट को सिंगल फेस का कनैक्शन दे ताकि क्रशर पर रह रहे कामगार और उनके परिवार अपनी गुजर-बसर कर सकें।
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