Edited By Vijay, Updated: 21 Apr, 2024 07:11 PM
युवती पर दराट से जानलेवा हमले की घटना ने लोगों को आक्रोशित कर दिया है, ऐसे में रविवार को न केवल पीड़िता के गांव के लोगों व परिजनों ने पालमपुर पहुंच कर रोष जताया अपितु अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सहित कई अन्य लोग भी आक्रोश से भरे देखे गए।
पालमपुर (भृगु): युवती पर दराट से जानलेवा हमले की घटना ने लोगों को आक्रोशित कर दिया है, ऐसे में रविवार को न केवल पीड़िता के गांव के लोगों व परिजनों ने पालमपुर पहुंच कर रोष जताया अपितु अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सहित कई अन्य लोग भी आक्रोश से भरे देखे गए। स्थिति यह बन गई की पुलिस आरोपी को न्यायालय ले जाने के लिए भीड़ छंटने का इंतजार करती रही।
ग्रामीणों ने दिया एक सप्ताह का अल्टीमेटम
रविवार को पीड़िता के गांव के लोग तथा परिजन बड़ी संख्या में पालमपुर थाना पहुंचे तथा आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। लोग इतने आक्रोशित थे कि वे नारेबाजी पर उतर आए। लोगों का कहना था कि उक्त हमलावर के साथ एक और व्यक्ति था, ऐसे में पुलिस उसकी पहचान को सुनिश्चित बनाए तथा उसे भी गिरफ्तार करे। आक्रोशित लोगों ने सड़क मार्ग को जाम करने का प्रयास भी किया परंतु गांव के प्रधान राजीव, उपप्रधान विपिन कटोच, महेंद्र तथा डाॅ. सिंधु जैसे लोगों ने उन्हें समझा बूझकर ऐसा न करने के लिए मना लिया। इन लोगों ने पुलिस को एक सप्ताह के भीतर सभी तथ्यों को स्पष्ट करने का अल्टीमेटम दिया तथा ऐसा न होने की सूरत में आगामी रणनीति तय कर आंदोलन आरंभ करने की बात कही है।
एबीवीपी ने चूड़ियां लेकर किया प्रदर्शन
छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्त्ताओं ने थाना परिसर पहुंचकर प्रदेश सरकार तथा पुलिस प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्त्ता चूड़ियां लेकर पहुंचे थे तथा वप पुलिस पर ऐसे सामाजिक तत्वों पर नकेल कसने में असफल रहने का आरोप लगा रहे थे। विद्यार्थी परिषद के नेताओं ने कहा कि क्षेत्र में एक के बाद एक घटना ने लोगों में डर का माहौल है परंतु शासन तथा प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। आक्रोशित कार्यकर्त्ताओं ने लोगों के साथ पुलिस थाना के बाहर सड़क मार्ग को जाम कर दिया, जिस कारण दोनों और वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
लोग त्वरित कार्रवाई करते तो लड़की पर नहीं होता हमला : प्रियंका
शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा महाविद्यालय में स्नातक अंतिम वर्ष की छात्रा थुरल की प्रियंका बताती है कि जब वह घटनास्थल पर पहुंची तो हमलावर को लोगों ने पकड़ रखा था जबकि लड़की नीचे गिरी हुई थी तथा उसके सिर से खून निकल रहा था, ऐसे में उसने एक व्यक्ति से पीड़िता को तत्काल अस्पताल ले जाने की गुहार लगाई तथा वह स्वयं उक्त व्यक्ति के साथ उसे अस्पताल लेकर आई, जहां प्राथमिक उपचार के पश्चात उसे जब टांडा मेडिकल काॅलेज ले जाया गया तो वह भी उसके साथ गई, क्योंकि उस समय लड़की का कोई भी परिजन नहीं पहुंचा था। प्रियंका ने कहा कि जब आरोपी व पीड़िता दोनों के मध्य बहस हो रही थी तो उस समय यदि लोग त्वरित कार्रवाई करते तो लड़की पर हमलावर हमला नहीं कर सकता। प्रियंका के अनुसार संभवत: हमलावर उसका पहले से ही पीछा कर रहा था। प्रियंका इस बात से आहत है कि लोग मोबाइल से वीडियो तो बना रहे थे परंतु लड़की की सहायता के लिए आगे नहीं आ रहे थे।
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