Edited By Ekta, Updated: 03 Sep, 2018 12:27 PM
पर्यटन नगरी पालमपुर में तीसरी आंख खोखली साबित हो गई है। आलम यह है कि शहर में 29 कैमरों में से 7 कैमरे ही पालमपुर का जिम्मा देख रहे हैं। हैरानी इस बात की है कि 29 कैमरों को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए नगर परिषद पालमपुर ने 8 लाख रुपए की धनराशि व्यय की...
पालमपुर (कुंदन): पर्यटन नगरी पालमपुर में तीसरी आंख खोखली साबित हो गई है। आलम यह है कि शहर में 29 कैमरों में से 7 कैमरे ही पालमपुर का जिम्मा देख रहे हैं। हैरानी इस बात की है कि 29 कैमरों को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए नगर परिषद पालमपुर ने 8 लाख रुपए की धनराशि व्यय की थी। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी ललित कुमार ने कहा कि पालमपुर द्वारा सी.सी.टी.वी. कैमरों को ठीक करवाने के लिए 8 लाख रुपए खर्च किए गए थे। जिसमें सी.सी.टी.वी. कैमरों का जिम्मा नगर परिषद पालमपुर ने पुलिस प्रशासन को सौंप दिया था कि वे आगे से सी.सी.टी.वी. कैमरों की देखरेख स्वयं करेंगे। डी.एस.पी. विकास धीमान ने कहा कि खराब पड़े सी.सी.टी.वी. कैमरे के बजाए अब पालमपुर में नए कैमरे स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए सांसद शांता कुमार से बातचीत की गई है जबकि खराब पड़े कैमरों को रिपेयर कर नए कैमरों के साथ लगाया जाएगा।