Edited By prashant sharma, Updated: 08 Jan, 2021 11:12 AM
कोविड-19 टेस्ट को लेकर कांगड़ा स्वास्थ्य विभाग दोबारा चर्चा में आ गया है। एक ही मरीज की 2 रिपोर्ट ने मरीज को परेशान करके रख दिया।
धर्मशाला (तनुज सैणी) : कोविड-19 टेस्ट को लेकर कांगड़ा स्वास्थ्य विभाग दोबारा चर्चा में आ गया है। एक ही मरीज की 2 रिपोर्ट ने मरीज को परेशान करके रख दिया। इससे पहले भी जिला स्वास्थ्य विभाग ज्वालामुखी में भी मरीजों की रिपोर्ट को लेकर चर्चा में रह चुका है। वहीं, वीरवार को धर्मशाला के साथ लगते क्षेत्र के मरीज की रिपोर्ट को लेकर विभाग की कार्यप्रणाली को मरीज ने कटघरे में खड़ा कर दिया है। जानकारी के अनुसार धर्मशाला के सिद्धबाड़ी से सबंधित एक व्यक्ति वीरवार को दाड़ी स्थित स्वास्थ्य केंद्र में अपना कोविड-19 का टेस्ट करवाने के लिए पहुंचा था। व्यक्ति ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में उनका रेपिड एंटीजन तकनीक से सैंपल लिया गया। व्यक्ति ने बताया कि उन्हें कोई भी लक्षण नहीं था, परंतु एहतियात के तौर पर उन्होंने अपना टेस्ट करवाया।
उन्होंने बताया कि दोपहर बाद उनके सैंपल के सीरियल नंबर के अनुसार बुलाया गया तथा वहां पर मौजूद चिकित्सक ने बताया कि उनकी सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके बाद वह नियमों के तहत होम आईसोलेट होने के लिए अपने घर के लिए आ गए। व्यक्ति ने बताया कि जब वह घर पहुंचे तो उनके मोबाईल पर कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट का मैसेज आया, जिसमें उन्हें नेगेटिव बताया गया। मोबाईल में आए मैसेज के चलते वह दोबारा स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच गए तथा उन्होंने वहां पर मौजूद स्टाफ को इस बारे जानकारी दी। व्यक्ति का आरोप है कि इस दौरान स्टाफ ने उनकी बात नहीं सुनी तथा उन्हें कहा कि वह कोरोना संक्रमित हैं तथा उन्हें रिपोर्ट का दोबारा मैसेज आ जाएगा। व्यक्ति का कहना है कि विभाग की इस कार्यप्रणाली से उन्हें मानसिक रूप से भी परेशान होना पड़ा है। साथ ही उन्होंने विभाग द्वारा मौके पर अलग तथा मोबाईल पर मैसेज के माध्यम से अलग रिपोर्ट मुहैया करवाने की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह लगाए हैं। उधर, इस बारे मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव ही आई थी। लेकिन तकनीकी कारणों के चलते व्यक्ति को मैसेजे के माध्यम से गलत रिपोर्ट पहुंच गई। उन्हें बताया कि इस मामले में पाई गई टैक्रीकल फॉल्ट को जांचा जाएगा, जिससे कि भविष्य में इस तरह से लोगों को परेशानी न उठाने पड़े।