Edited By prashant sharma, Updated: 13 Feb, 2021 05:55 PM
शिमला शहर में बढ़ता ट्रैफिक और पार्किंग की समस्या विकराल रूप धारण कर चुका है। शहर में गाड़ियों की संख्या बहुत बढ़ गई है जिससे हर रोज जाम की स्थिति रहती है।
शिमला (योगराज) : शिमला शहर में बढ़ता ट्रैफिक और पार्किंग की समस्या विकराल रूप धारण कर चुका है। शहर में गाड़ियों की संख्या बहुत बढ़ गई है जिससे हर रोज जाम की स्थिति रहती है। शिमला में यातायात व परिवहन समस्या का निवारण कर लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए जिला शिमला पुलिस द्वार शिमला सिटि ट्रेफिक रेगुलेशन एण्ड मैनेजमेंट प्लान बनाया गया है जो आने वाले समय में शिमला में यातायात को सुचारू बनाने व हादसों पर रोक लगाने के लिए अतयन्त कारगर साबित होगी। योजना का शुभारंभ शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन व सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शिमला के बचत भवन में किया।
मंत्री भारद्वाज ने कहा कि शिमला अंग्रेजों की ग्रीष्म कालीन राजधानी रही है और इस शहर का निर्माण लगभग 35 हजार लोगों को रहने के लिए किया गया था लेकिन समय के साथ संख्या लाखों में पहुंच गई है जिससे समस्याओं में भी इजाफा हुआ है। ट्रैफिक एक बड़ी समस्या है जिसका निदान समय के साथ नहीं हुआ, गाड़ियों की संख्या भी लाखों में पहुंच गई है। शिमला पुलिस ने जो आज ट्रैफिक प्लान बनाया है उससे भविष्य में ट्रैफिक और पार्किंग की समस्या का हल होगा। सरकार भी शिमला के प्लान को लागु करने में हर संभव मदद और प्रयास करेगा ताकि शहर को स्मार्ट बनाया जा सके। साथ ही स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत भी शहर के लोगों को बुनियादी सुविधाएं देने के लिए काम किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक मोहित चावला ने शिमला शहर के लिए विभाग द्वारा प्रस्तावित शिमला सीटी ट्रेफिक रेगुलेशन एण्ड मैनेजमेंट प्लान बारे विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सात महीनों के गहन शोध के उपरान्त 70 पेजों के इस दस्तावेज को तैयार किया गया है जिसमें यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए प्रत्येक बिन्दु शामिल है। उन्होंने नशे से बचाव तथा हादसों में कमी लाने तथा स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए शिमला शहर में पैडेस्ट्रीयल पोलिसी तथा साईकलिंग पोलिस आरभं करने का सुझाव दिया जिससे पयार्यवरण संरक्षण भी सुनिश्चित होगा।