Edited By kirti, Updated: 18 Mar, 2019 10:45 AM
प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर एन.जी.टी. की सख्ती के चलते पर्यटन नगरी धर्मशाला व मैक्लोडगंज में बीते वर्ष जमकर कानून का डंडा चला था। वहीं ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में कुछेक होटलों द्वारा अभी भी नियमों को ताक में रखने से गुरेज नहीं किया जा रहा है।
धर्मशाला : प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर एन.जी.टी. की सख्ती के चलते पर्यटन नगरी धर्मशाला व मैक्लोडगंज में बीते वर्ष जमकर कानून का डंडा चला था। वहीं ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में कुछेक होटलों द्वारा अभी भी नियमों को ताक में रखने से गुरेज नहीं किया जा रहा है। इसी तरह का मामला नगर निगम धर्मशाला के दायरे से बाहर स्थित एक निजी होटल में देखने को मिल रहा है। जहां पर बिना सीवरेज पाइप बिछाए सीधे होटल से निकलने वाली गंदगी को एक खुली नाली के माध्यम से साथ लगती खड्ड में फैंका जा रहा है।
हैरानीजनक तथ्य यह भी है कि जिला मुख्यालय से करीब 6-7 किलोमीटर दूर रोजाना यहां पर कई आला अधिकारी व जनप्रतिनिधि निकलते हैं लेकिन कोई भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। एक अन्य मामले में इंद्रु नाग मंदिर के नीचे एक होटल के निर्माण कार्य के दौरान एक पहाड़ी को अपना प्रोजैक्ट पूरा करने के चलते नियमों के विपरीत खनन किया जा रहा है। यहां पर भी संबंधित विभागों की कुंभकर्णी नींद के चलते खनन अधिनियमों को ताक पर रखा जा रहा है।बहरहाल इंसानों के द्वारा कुदरत के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं यहां पर बदस्तूर जारी हैं।