Edited By kirti, Updated: 26 Sep, 2019 03:19 PM
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी शिमला, घण्डल में छात्रों और प्रशासन के बीच का विवाद सुलझता नजर नहीं आ रहा है। मूलभूत सुविधाओं जैसे पीने के पानी, खाने की गुणवत्ता और क्लास रूम में सुविधाओं की कमी को लेकर कानून की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं ने यूनिवर्सिटी...
शिमला(योगराज) : नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी शिमला, घण्डल में छात्रों और प्रशासन के बीच का विवाद सुलझता नजर नहीं आ रहा है। मूलभूत सुविधाओं जैसे पीने के पानी, खाने की गुणवत्ता और क्लास रूम में सुविधाओं की कमी को लेकर कानून की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। छात्रों के आंदोलन को 10 दिन हो चुके है लेकिन मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। छात्रों का कहना है कि जितनी फीस यूनिवर्सिटी ले रही उसके बदले सुविधाएं न के बराबर दे रही है।
छात्रों ने मूलभूत सुविधाओं के साथ 13 मांगे प्रशासन के सामने रखी है। यूनिवर्सिटी के छात्रों एसके चौधरी, शिवारमण उज्ज्वल व पाखी जैन का आरोप है कि लाखों की फीस खर्च करने के बाबजुद भी उन्हें घटिया खाना परोसा जा रहा है। पीने के पानी की भारी किल्लत है। इंटरनेट की सुविधा भी नहीं है जबकि वाईफाई के 9 हजार सालाना छात्र से लिए जा रहे हैं। छात्रावासों के कमरों में पर्दे, पानी और कपड़े धुलाने की सुविधाएं भी नहीं हैं। मेडिकल सुविधा तक यूनिवर्सिटी में मौजूद नही है। छात्रों ने आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी नही दुकान चल रही है। यूनिवर्सिटी में 400 छात्रों के लिए मात्र एक बस है। आरटीई तक की सूचना यूनिवर्सिटी नहीं दे रही है। यूनिवर्सिटी हर साल 2 लाख 27 हजार 500 रुपए फीस ले रही है लेकिन सुविधाएं न के बराबर है।