Edited By Kuldeep, Updated: 22 Apr, 2024 11:26 PM
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सोमवार को नगरोटा बगवां में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सी.पी.एस. मामले में उच्च न्यायालय में सोमवार को पेशी के दौरान सरकार के एडवोकेट जरनल द्वारा तर्क देने से इंकार किए जाने पर...
नगरोटा बगवां (बिशन): पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सोमवार को नगरोटा बगवां में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सी.पी.एस. मामले में उच्च न्यायालय में सोमवार को पेशी के दौरान सरकार के एडवोकेट जरनल द्वारा तर्क देने से इंकार किए जाने पर सरकार की खूब जग हंसाई हुई है तथा उन्हें कल तक का समय दिया है कि वह कल ही तर्क दें। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व के फैसले अनुसार 6 सी.पी.एस. का पद तो जाएगा ही आने वाले समय में 6 विधायकों की डिस क्वालिफिकेशन भी होगी। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि 24 अप्रैल को उच्च न्यायालय में 3 निर्दलीय विधायकों का फैसला भी आ जाएगा और तीनों निर्दलीय विधायकों के त्यागपत्र स्वीकृत होंगे व इन 3 रिक्तियों पर भी उपचुनाव होगा तथा भारतीय जनता पार्टी 4 लोकसभा सीटों के साथ 9 विधानसभा सीटों पर भी जीत दर्ज करेगी। धर्मशाला में केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर भवन के निर्माण बारे पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें भाजपा का स्टैंड साफ है।
इसका एक कैम्पस देहरा में तो दूसरा धर्मशाला में बनना है। देहरा में सारी औपचारिकताएं पृरी होने के उपरांत काम शुरू हो गया लेकिन धर्मशाला में प्रदेश सरकार अपने हिस्से के 30 करोड़ जमा नहीं करवा पाई जिस कारण जहां प्रदेश में सभी कार्य ठप्प पड़े हैं उसी प्रकार धर्मशाला में भी केंद्रीय विश्विद्यालय परिसर का काम शुरू नहीं हो पाया। उन्होंने प्रदेश सरकार पर प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े किए। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कांगड़ा दौरे के दौरान पालमपुर में शनिवार को लड़की पर हुए जानलेवा हमले की पीड़िता के परिजनों के घर न जाकर पीड़िता के परिजनों को सड़क पर बुला कर सम्वेदना व्यक्त करने के सवाल पर जयराम ठाकुर ने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि मुख्यमंत्री का इस बारे क्या दृष्टिकोण रहा होगा लेकिन नैतिकता यही बनती थी कि मुख्यमंत्री पीड़िता के घर पर जाकर सम्वेदना व्यक्त करते। इस मौके पर उनके साथ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार, प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर, पूर्व विधायक अरुण कुमार कुका, पूर्व विधायक मुलख राज प्रेमी इत्यादि मौजूद थे।