Edited By Vijay, Updated: 30 Jan, 2025 07:26 PM
हमीरपुर जिले के नादौन उपमंडल के जसाई गांव में 10वीं कक्षा के छात्र की हत्या की घटना अभी तक शायद ही कोई भूल पाया होगा।
हमीरपुर (अजय): हमीरपुर जिले के नादौन उपमंडल के जसाई गांव में 10वीं कक्षा के छात्र की हत्या की घटना अभी तक शायद ही कोई भूल पाया होगा। बता दें कि उत्तर प्रदेश के 3 प्रवासी युवकों ने 10वीं कक्षा के छात्र मनीष कुमार को पहले तो किडनैप किया और उसके उपरांत उस मासूम को जिंदा ही दफना दिया था। इस घटना की याद आते ही मृतक छात्र के परिजन और अन्य लोगों के रौंगटे खड़े हो जाते हैं। इसी मामले के वर्ष 2009 से एक उद्घोषित चल रहे आरोपी कन्हैया लाल निवासी शाहजहांपुर (यूपी) को पीओ सैल की टीम ने गिरफ्तार किया है।
बता दें कि 17 अप्रैल, 2008 को नादौन उपमंडल के तहत आते जसाई गांव में 10वीं के छात्र मनीष कुमार को उसके खेतों में (लीज पर लेकर) काम करने वाले 3 प्रवासी आरोपी युवकों बीरबल उर्फ बीरू, रणजीत सिंह उर्फ मोहित और कन्हैया लाल ने किडनैप कर लिया। मनीष घर से स्कूल गया था और शाम तक वापस नहीं लौटा था। इसी दिन ये 3 आरोपी युवक जसाई गांव से दिल्ली के आनंद विहार इलाके में जा छुपे थे। आरोपियों ने बच्चे के परिजनों को उसे किडनैप करने की बात स्वीकारी थी और उसे छोड़ने की एवज में 22 लाख रुपए की फिरौती की डिमांड रखी थी। हालांकि वे मनीष को उसी के खेत के नजदीकी नाले में दफना कर भाग गए थे, परन्तु घरवालों से फिरौती की मांग करते रहे।
20 अप्रैल, 2008 को यह बच्चे का शव नाले से बरामद हुआ था। इस दौरान पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके उपरांत ये जमानत पर थे और 7 अप्रैल, 2009 को अन्य 2 आरोपियों बीरबल और रणजीत को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई, जबकि तीसरा आरोपी कन्हैया लाल कोर्ट में पेश नहीं हुआ और कोर्ट द्वारा उसे उद्घोषित अपराधी करार दिया गया था। इसके बाद पुलिस इसकी तलाश में जुटी थी।
कन्हैया लाल को गिरफ्तार करने में पीओ सैल की टीम ने इंस्पैक्टर सुनील दत्त की अगुवाई में बेहद मेहनत की है। इस टीम के पास आरोपी की पहचान के लिए फोटो और अन्य कोई दस्तावेज तक उपलब्ध नहीं थे। इसके बावजूद टीम ने कड़ी से कड़ी मिलाकर आरोपी को बुधवार शाम को चंडीगढ़ के सैक्टर-32 से गिरफ्तार कर लिया। यह आरोपी शाहजहांपुर स्थित अपनी जमीन और मकान को बेचकर परिवार के साथ चंडीगढ़ के नजदीक रूपनगर में रह रहा था।
सूत्रों के मुताबिक कन्हैया लाल को उसके बेटे के मोबाइल नंबर की सीडीआर के आधार पर पकड़ा जा सका। वह भेष बदलकर दिहाड़ी-मजदूरी का काम कर रहा था। मामले की पुष्टि एएसपी राजेश उपाध्याय ने की है। उन्होंने बताया कि पुलिस पीओ सैल की टीम की मुस्तैदी के चलते कन्हैया लाल को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी कन्हैया को वीरवार दोपहर को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से उसे पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश जारी हुए हैं।
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