Edited By Vijay, Updated: 03 Nov, 2023 08:38 PM
विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने नगर परिषद कार्यालय में शुक्रवार को हुई घटना के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद एक लोकतांत्रिक संस्थान है और इसके निर्णय करने का अधिकार उसी को होना चाहिए।
ऊना (सुरेन्द्र): विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने नगर परिषद कार्यालय में शुक्रवार को हुई घटना के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद एक लोकतांत्रिक संस्थान है और इसके निर्णय करने का अधिकार उसी को होना चाहिए। किसी भी बाहरी व्यक्ति को इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए और अधिकारियों को भी बाहरी व्यक्ति के हस्तक्षेप की बजाय उसे सदन के सम्मानित सदस्यों के अनुरूप काम करना चाहिए, जिनके लिए उसे तैनात किया गया है।
सतपाल सिंह सत्ती ले कहा कि पूर्व भाजपा सरकारों के समय भी परिषद अपना काम करती रही है, जिसमें कभी कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया। नगर परिषद चाहे भाजपा की रही हो या कांग्रेस की, उसे एक स्वतंत्र इकाई के रूप में काम करने का पूरा मौका दिया गया। इसके साथ ही हर काम को सिरे चढ़ाने में हर नगर परिषद या स्थानीय इकाई को भाजपा सरकारों का पूरा सहयोग रहा है। नगर परिषदों में तैनात किए गए अधिकारियों को भी अपने दायरे में रहकर किसी काम को करना चाहिए अन्यथा सीमाएं लांघने पर गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं।
सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि नगर परिषद के चुने हुए सदस्य जनादेश से आते हैं और अधिकारियों को उस जनादेश का अपमान करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद कार्यालय में हुई घटना लोकतंत्र का गला घोंटने का ही परिणाम है। नगर परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और अन्य सदस्यों को अधिकारियों द्वारा अनदेखा करना अत्यंत निंदनीय है। विधायक ने कहा कि सरकारें आती और जाती रहती हैं लेकिन अधिकारियों को केवल अपने कर्तव्य पालन की तरफ ही ध्यान देना चाहिए।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here