Edited By Vijay, Updated: 11 Jun, 2019 06:24 PM
इंदौरा में खनन माफिया के हौसले कितने बुलंद हैं, इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि खनन माफिया ने सड़क से लगभग 50 मीटर की भूमि पर 15-15 फुट तक भूमि खोद कर न केवल अपना हित साधा बल्कि सरकारी सम्पत्ति को भी नुक्सान पहुंचाने से भी गुरेज नहीं किया।
इंदौरा (अजीज): इंदौरा में खनन माफिया के हौसले कितने बुलंद हैं, इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि खनन माफिया ने सड़क से लगभग 50 मीटर की भूमि पर 15-15 फुट तक भूमि खोद कर न केवल अपना हित साधा बल्कि सरकारी सम्पत्ति को भी नुक्सान पहुंचाने से भी गुरेज नहीं किया। खनन के चलते अनुमानत: लाखों रुपए की सिंचाई के लिए प्रयोग की जाने वाली पाइपें उखाड़ दी गई हैं, जिनमें से अधिकांश पूर्णतया क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। ऐसा होने कारण सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग मंडल इंदौरा के अंतर्गत ट्यूबवैल संख्या 10 नामक सिंचाई योजना प्रभावित हुई है और उक्त ट्यूबवेल से सिंचित होने वाले लगभग 65 कनाल भूमि का रकबा, जिसमें बगीचे भी शामिल हैं, उनकी सिंचाई सुविधा बंद हो गई है।
खुब्बड़ गांव में खननकारियों ने मचाया तांडव
मामला समीपवर्ती गांव खुब्बड़ का है जहां खननकारियों ने बेखौफ धड़ल्ले से जे.सी.बी. मशीन लगाकर अवैध खनन किया है लेकिन अब तक किसी भी विभाग ने इसके विरुद्ध कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाई है। पुलिस व खनन विभाग के अतिरिक्त सरकार द्वारा अवैध खनन के विरुद्ध पर्याप्त शक्तियां प्रदान किए जाने के बावजूद भी अवैध खनन के विरुद्ध कार्रवाई न करना विभागों व प्रशासनिक अमले की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहा है। वहीं उक्त योजना प्रभावित होने के चलते सिंचाई से वंचित भूमि में फलदायक बगीचे तो सूखने के कगार पर हैं ही, साथ ही खरीफ की फसलों की बुआई के लिए भी किसानों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सिंचाई सुविधा बाधित होने से बागवानों की लगभग 2100 मरला भूमि पर गन्ना, आम, लीची व व मौसमी सब्जियों को काफी नुक्सान हुआ है और यदि शीघ्र सिंचाई सुविधा उपलब्ध न हुई तो उक्त बागवानों को लाखों रुपए का नुक्सान उठाना पड़ सकता है।
खनन माफिया पर दर्ज होगी एफ.आई.आर.
वहीं इस संदर्भ में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग मंडल इंदौरा के नवनियुक्त अधिशासी अभियंता प्रदीप चड्ढा ने बताया जिस व्यक्ति ने वहां जे.सी.बी. लगाकर अवैध खनन किया है व विभाग की संपत्ति को नुक्सान पहुंचाया है, उसे नोटिस भिजवाया जा रहा है और यदि नुक्सान की भरपाई न की गई तो उक्त व्यक्ति के विरुद्ध एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जाएगी।