Edited By Ekta, Updated: 05 May, 2019 02:18 PM
प्रॉपर्टी टैक्स से नगर निगम को 7 करोड़ रुपए की आमदनी हो चुकी है। नगर निगम उपभोक्ताओं को वित्त वर्ष 2019-20 के संपत्ति कर के बिल जारी कर रहा है। प्रशासन की ओर से अब तक शहर के 15 हजार उपभोक्ताओं को प्रॉपर्टी टैक्स के बिल जारी किए गए हैं। इनमें से 12...
शिमला (वंदना): प्रॉपर्टी टैक्स से नगर निगम को 7 करोड़ रुपए की आमदनी हो चुकी है। नगर निगम उपभोक्ताओं को वित्त वर्ष 2019-20 के संपत्ति कर के बिल जारी कर रहा है। प्रशासन की ओर से अब तक शहर के 15 हजार उपभोक्ताओं को प्रॉपर्टी टैक्स के बिल जारी किए गए हैं। इनमें से 12 हजार उपभोक्ताओं ने निगम को टैक्स जमा करवा दिया है। खास बात यह है शहर के 40 फीसदी उपभोक्ताओं द्वारा ऑनलाइन बिलिंग के जरिए प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान किया गया है। निगम प्रशासन का कहना है कि प्रॉपर्टी टैक्स बिल को लेकर इस बार उपभोक्ताओं में ऑनलाइन बिल का भुगतान करने का क्रेज देखा गया है।
अधिकतर लोग घर बैठे ही स्वयं अपना प्रॉपर्टी टैक्स बिल जैनरेट कर इसका भुगतान कर रहे हैं। नगर निगम प्रशासन की ओर से शहर की आम जनता को ऑनलाइन बिलिंग की सुविधा प्रदान की गई है। इसके बाद से लोग घर बैठ कर बिल का भुगतान कर रहे हैं। इससे लोगों को निगम कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। शहर में करीबन 28 हजार उपभोक्ता टैक्स के दायरे में आते हैं जिन्हें प्रॉपर्टी टैक्स के बिल नगर निगम दे रहा है। प्रशासन का कहना है कि मई अंत तक सभी उपभोक्ताओं को बिल जारी करने का लक्ष्य रखा गया है।
डिफाल्टरों पर लगाया जा रहा जुर्माना
नगर निगम प्रॉपर्टी टैक्स डिफाल्टरों पर 5 फीसदी जुर्माना लगा रहा है, साथ ही एक प्रतिशत की दर से डिफाल्टरों से ब्याज वसूली की जा रही है। शहर में निगम के करीबन 1300 से अधिक डिफाल्टर हैं जिन्होंने अब तक निगम को संपत्ति कर का भुगतान नहीं किया है। निगम की ओर से इन डिफाल्टरों को सैक्शन 124 के तहत नोटिस जारी किए हैं। एम.सी. को इनसे करीबन 5 करोड़ रुपए की वसूली करनी शेष है।