Edited By Vijay, Updated: 21 Aug, 2025 07:45 PM

उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा शुरू हाेने के बाद लंबे समय के बाद वीरवार को धूप खिलने से लोगों व श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली है।
भरमौर (उत्तम ठाकुर): उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा शुरू हाेने के बाद लंबे समय के बाद वीरवार को धूप खिलने से लोगों व श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली है। विशेषकर मणिमहेश यात्रा पर जाने वाले उन श्रद्धालुओं ने जिन्होंने हैलीकॉप्टर के माध्यम से यात्रा करने की टिकटें बुक करवा रखी थीं। वीरवार को सुबह से ही मौसम पूरी तरह से साफ होने के कारण भरमौर तथा होली के दोनों हैलीपैड से 4 हैलीकॉप्टरों ने जमकर उड़ानें भरीं। इससे पूर्व खराब मौसम एवं गौरीकुंड, धन्छो में विजिबिलिटी कम होने के कारण उड़ानें नहीं हो रही थीं, जिस कारण सैंकड़ों की संख्या में यात्रियों को अपनी टिकटें कैंसिल करवानी पड़ीं, जिनमें से कुछ लोग तो पैदल यात्रा पर निकल गए लेकिन जो यात्री पैदल चलने में असमर्थ थे, उनमें से कई भरमौर से ही वापस अपने घरों को लौट गए।
इस बार की यात्रा में ये पहला अवसर था कि इतने लंबे समय तक मणिमहेश की पहाड़ियों पर धुंध छाई रही। वीरवार को जैसे ही मौसम साफ हुआ तो एक बार फिर से भरमौर की सड़कों पर रौनक लौट आई। बाहरी क्षेत्रों के वाहनों, मोटर साइकिलों की लंबी कतारें लगनी शुरू हुईं। भरमौर के चौरासी मंदिर परिसर के सभी मंदिरों सहित भरमाणी माता मंदिर में भी यात्रियों की भीड़ उमड़ी। भरमौर के हरिहर शिव मंदिर के बाहर काफी लंबे समय के बाद लंबी कतारें देखी गईं।
स्थानीय लोगों और होटल मालिकों ने बताया कि खराब मौसम और निचले क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते इस वर्ष बहुत नुक्सान उठाना पड़ा है। होटलों के कमरे अक्सर खाली ही रहे, अब अगर मौसम ठीक रहता है तो यात्रियों के आने की आशा है। उन्होंने बताया कि अब अगर आगे की शेष बची यात्रा के दौरान भी मौसम ठीक रहता है तो कुछ लाभ कमा सकते हैं। वहीं भरमौर के टैक्सी चालकों सतीश, बबलू, बंटी का कहना है कि वे हर वर्ष इस यात्रा से ही अपना वर्ष भर का खर्चा निकाल लेते थे, मगर इस बार खराब मौसम और भारी बारिश के चलते यात्रियों के कम संख्या में आने से उन्हें भी काफी नुक्सान उठाना पड़ा है। मौसम साफ होने से लोगों ने आगामी दिनों में शेष बची यात्रा के दौरान अच्छे व्यवसाय की आशा जताई है।