Edited By Kuldeep, Updated: 11 Mar, 2024 10:51 PM
बी.आर.ओ. के लिए हिमस्खलन फिर से बाधा बन गया। सोमवार को सोलंगनाला से धुंधी के बीच हिमस्खलन हो गया जबकि दोपहर बाद लाहौल के तेलिंग नाले में हुए हिमस्खलन ने बी.आर.ओ. की दिक्कत बढ़ा दी।
मनाली (सोनू): बी.आर.ओ. के लिए हिमस्खलन फिर से बाधा बन गया। सोमवार को सोलंगनाला से धुंधी के बीच हिमस्खलन हो गया जबकि दोपहर बाद लाहौल के तेलिंग नाले में हुए हिमस्खलन ने बी.आर.ओ. की दिक्कत बढ़ा दी। हिमस्खलन के चलते सोमवार को भी केलांग-मनाली के बीच ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू नहीं हो पाई है। हालांकि बी.आर.ओ. ने रात-दिन मेहनत कर मार्ग लगभग बहाल कर दिया है लेकिन फिर से हुए हिमस्खलन ने राहगीरों की मुश्किल बढ़ा दी। मनाली से लाहौल की ओर गए वाहन भी टनल के नॉर्थ पोर्टल तक ही जा पाए। टनल से सिस्सू की ओर लोगों को पैदल चलना पड़ा। गोहरमा गांव से कुल्लू ले जा रहे मरीज को भी पुलिस की मदद से कंधे पर उठाकर हिमस्खलन क्षेत्र पार करवाया। मंगलवार सुबह वाहनों के आर-पार होने की उम्मीद है। 29 फरवरी को भारी हिमपात का क्रम शुरू होने से लाहौल का मनाली से सम्पर्क कट गया था।
11 दिन बीत जाने के बाद भी इस मार्ग पर ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू नहीं हो पाई है। केलांग से अटल टनल के नाॅर्थ पोर्टल तक 5 जगह आए हिमस्खलन ने बी.आर.ओ. की भी कड़ी परीक्षा ली है। यह हिमस्खलन माइन्स तापमान के चलते पत्थर की तरह ठोस हो गया था जिस कारण बी.आर.ओ. को मशीनरी के साथ-साथ मैनुअली भी काम करना पड़ा है। 2 दिन धूप खिलने के बाद सोमवार को फिर से मौसम ने करवट बदल ली है। मौसम के करवट बदलते ही रोहतांग, शिंकुला, बारालाचा सहित कुंजम दर्रे में भारी हिमपात का क्रम शुरू हो गया है जबकि लाहौल सहित मनाली के ऊंचाई वाले ग्रामीण क्षेत्रों में भी बर्फ के फाहे गिरने का क्रम शुरू हो गया है। रोहतांग दर्रे सहित सभी दर्रों में आधा फुट तक हिमपात हुआ है।
पुलिस अधीक्षक लाहौल-स्पीति मयंक चौधरी का कहना है कि केलांग से लेकर गोंधला तक मार्ग को एकतरफा छोटे वाहनों के लिए तथा गोंधला से लेकर तेलिंग नाला तक दोनों तरफ की आवाजाही के लिए खोला गया है। लोगों की सुविधा को देखते हुए यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए समय का निर्धारण किया गया है। केलांग से लेकर तेलिंग नाला तक सुबह दिन के एक बजे तक एकतरफा वाहनों की निकासी के लिए तथा एक बजे के बाद तेलिंग नाला से केलांग के लिए खुला रहेगा।