Edited By kirti, Updated: 23 Dec, 2018 12:00 PM
लोकसभा सदस्य शांता कुमार ने कहा है कि लोकसभा अध्यक्षा सुमित्रा महाजन द्वारा सदन की कार्यवाही को मर्यादा में रहने के लिए कड़े नियम लाने पर बधाई दी है। शांता ने कहा कि कुछ सदस्यों के कारण लोकसभा केवल शोर सभा बनकर रह जाती है तथा आवश्यक काम नहीं होता...
पालमपुर : लोकसभा सदस्य शांता कुमार ने कहा है कि लोकसभा अध्यक्षा सुमित्रा महाजन द्वारा सदन की कार्यवाही को मर्यादा में रहने के लिए कड़े नियम लाने पर बधाई दी है। शांता ने कहा कि कुछ सदस्यों के कारण लोकसभा केवल शोर सभा बनकर रह जाती है तथा आवश्यक काम नहीं होता है, ऐसे में देश के करोड़ों रुपए खर्च होते हैं और शोर और नारेबाजी के सिवा कोई काम नहीं हो पाता है। यह देश का दुर्भाग्य है कि नेताओं की छवि दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। भ्रष्टाचार के आरोपों से पूरा सार्वजनिक जीवन कलंकित हो रहा है।
क्या यह लज्जा की बात नहीं
हालत यह आ गई है कि सर्वोच्च न्यायालय की लगातार फटकार के बाद देश के नेताओं के विरुद्ध अपराध के मुकद्दमों के लिए विशेष अदालतें बनाई जा रही हैं। नेता पदों पर बैठे रहते हैं, भ्रष्टाचार के आरोप लगते हैं परंतु उनके प्रभाव से मुकद्दमों का निर्णय नहीं होता। इसलिए सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर विशेष अदालतें बनानी पड़ी। क्या यह लज्जा की बात नहीं है कि घोर अपराध करने वाले आतंकियों के लिए विशेष अदालतें नहीं बनी परंतु देश के नेताओं के मुकद्दमों के लिए विशेष अदालतें बनानी पड़ी हैं। शायद दुनिया के किसी अन्य देश में ऐसा नहीं हुआ होगा। शांता कुमार ने कहा कि देश की राजनीति में अधिकतर नेता ईमानदार हैं और सेवा की राजनीति करने वाले हैं। आखिर आजादी के बाद देश में इतना अधिक विकास देश के नेताओं के नेतृत्व में ही हुआ है परंतु कुछ नेताओं के भ्रष्ट आचरण से पूरे देश के सार्वजनिक जीवन की बदनामी हो रही है।