Edited By Vijay, Updated: 02 Mar, 2021 08:27 PM
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के हितों को पूंजीपतियों के हाथ बेचना चाहती है। किसान इसका विरोध कर रहे हैं लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए गणतंत्र दिवस के अवसर...
नालागढ़ (आदित्य): कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के हितों को पूंजीपतियों के हाथ बेचना चाहती है। किसान इसका विरोध कर रहे हैं लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में लाल किले पर झंडा फहराने वाले भी भाजपा के ही लोग निकले। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी है और जब तक इन कानूनों को समाप्त नहीं किया गया तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि कृषि कानून लागू नहीं हुआ था लेकिन उससे पहले ही अंबानी व अडानी ने देश के हर राज्य में बड़े-बड़े वेयर हाऊस बना लिए थे। उन्हें पता था कि यह कानून बनना ही है। देश में एकमात्र खेती बची हुई है जिस पर पूंजीपतियों की नजर थी। सरकार कहती है कि मंडी को बंद नहीं करेंगे। पूंजीपति शुरू में घाटे में काम करते हुए महंगे दामों में किसानों की फसलें खरीदते हैंद्ध ऐसे में मंडियां इतने दाम में माल नहीं खरीद पाएंगी तो वे स्वयं ही बंद हो जाएंगी। जब मंडी बंद हो जाएगी तो ये मुंह मांगे दाम वसूलेंगे।
उन्होंने कहा कि अब विपक्ष को प्रश्न पूछने का भी अधिकार नहीं है। ऐसा पहली बार हुआ है कि उलटा विपक्ष से प्रश्न पूछे जा रहे हैं। जब कांग्रेस के विधायकों ने राज्यपाल से कुछ पूछना चाहा तो उलटा उन्हें पहले धक्के मारे और उसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया। अगर इनका निलंबन रद्द नहीं किया तो वह इसके विरोध में सड़कों पर उतरेंगे।