Edited By Naresh Pal, Updated: 05 Dec, 2020 03:21 PM
किसान सभा ने किसान बिल के विरोध में प्रदर्शन किया और केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। किसान नेताओ का कहना है केन्द्र की सरकार किसानो को ऐसे तानाशाही वाले फैसलो के समाप्त करना चाहती है।
सोलन (पाल): किसान सभा ने किसान बिल के विरोध में प्रदर्शन किया और केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। किसान नेताओ का कहना है केन्द्र की सरकार किसानो को ऐसे तानाशाही वाले फैसलो के समाप्त करना चाहती है।किसान नेता नीतिश ठाकुर ने बताया कि वह कृषि बिलो के विरोध है व दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि अभी हिमाचल से करीब 200 किसान दिल्ली गये है। यदि समय रहते केन्द्र सरकार ना मानी तो हिमाचल के किसान भी दिल्ली के लिए कूच कर जायेंगे। उन्होंने कहा कि किसान पिछले कई दिनों से आंदोलनरत हैं, लेकिन सरकार ने पूरी तरह से उनकी मांगों की अनदेखी की है। सरकार के किसान विरोधी बिल पूंजीपतियों के हक में है। इससे किसानों का बड़े पैमाने पर शोषण और किसानी उनके लिए घाटे का सौदा बन कर रह जाएगी। केंद्र सरकार किसानों की मांगों को सुनने के बजाए उनके आंदोलन को कुचलने के प्रयास कर रही है जो कि सरासर अलोकतांत्रिक है।