Edited By Ekta, Updated: 27 Jan, 2019 11:12 AM
5 वर्ष की छोटी उम्र से ही जूडो का जुनून ऐसा कि लगातार 11 वर्ष तक हिमाचल प्रदेश की झोली में पदक डालने वाली मोनल भरवाल को परशुराम पुरस्कार से नवाजा गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कुनिहार में आयोजित पूर्ण राज्यत्व समारोह में मोनल को इस पुरस्कार से...
शिमला (हैडली): 5 वर्ष की छोटी उम्र से ही जूडो का जुनून ऐसा कि लगातार 11 वर्ष तक हिमाचल प्रदेश की झोली में पदक डालने वाली मोनल भरवाल को परशुराम पुरस्कार से नवाजा गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कुनिहार में आयोजित पूर्ण राज्यत्व समारोह में मोनल को इस पुरस्कार से सम्मानित किया। सरकार ने मोनल को 2 लाख रुपए नकद और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया है। मोनल की खेलों के प्रति कहानी 5 साल की नन्ही उम्र में शुरू होती है। जब वह शिमला के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में जूडो खेलने लगी थी। जूडो खेलते हुए अभी एक साल ही हुआ था कि स्कूल स्तर की पहली स्पर्धा में सोने का तमगा जीतकर मोनल ने अपने बुलंद इरादों से सबको बता दिया कि वह आगे चलकर प्रदेश का व देश का नाम रोशन करने वाली है।
स्कूल स्तर पर आयोजित होने वाली जूडो स्पर्धाओं में हमेशा गोल्ड जीतना उसकी आदत बन चुकी थी। मोनल ने सब जूनियर स्तर से लेकर सीनियर स्तर पर प्रदेश का राष्ट्रीय स्तर पर न केवल प्रतिनिधित्व किया बल्कि हर साल प्रदेश के लिए स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक जीतकर लाई। इसी बीच मोनल का चयन 2 बार इंडिया टीम के लिए हुआ था। दुर्भाग्यवश दोनों बार मोनल कैंप के दौरान बीमार हो जाने की वजह से विदेशी धरती पर अपने खेल का जौहर दिखाने से चूक गई। एक मर्तबा अखिल भारतीय जूडो प्रतियोगिता में और 2 बार हिमाचल प्रदेश अंतर विश्वविद्यालय जूडो प्रतियोगिता में मैडल जीतकर लाई थी। वर्तमान में मोनल भारतीय खेल प्राधिकरण में बतौर जूडो कोच सेवारत हैं।
मोनल ने इस सम्मान के लिए मां-पिता को श्रेय दिया है। मोनल के पिता गुलशन भरवाल शिमला बी.एस.एन.एल. कार्यालय में कार्यरत हैं। उनका कहना है कि बेटों से बढ़कर है मेरी बेटी। उन्होंने कहा बेटी खेल के साथ-साथ पढऩे में भी अव्वल है। उन्होंने कहा उन्हें खुशी है कि उनकी बेटी ने प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि बेटी की लगन को देखते हुए परिवार ने भी उसका भरपूर सहयोग दिया और जैसा बेटी ने कहा क िवह इसी फील्ड में आगे बढ़ेगी तो परिवार ने भी उसकी लगन को देखते हुए उसे प्रेरित किया।