Edited By kirti, Updated: 04 Aug, 2019 02:56 PM
नशे के अवैध कारोबार में जुटे लोग कम समय में चौखी कमाई के लिए नशीले पदार्थों में बड़े पैमाने पर मिलावट को अंजाम दे रहे हैं। खासकर सीमांत क्षेत्रों में सप्लाई किए जा रहे चिट्टे (हैरोइन) में टैलकम पाऊडर व मिल्क पाऊडर से लेकर डाइजापॉम व प्रोक्सीबोन जैसी...
धर्मशाला : नशे के अवैध कारोबार में जुटे लोग कम समय में चौखी कमाई के लिए नशीले पदार्थों में बड़े पैमाने पर मिलावट को अंजाम दे रहे हैं। खासकर सीमांत क्षेत्रों में सप्लाई किए जा रहे चिट्टे (हैरोइन) में टैलकम पाऊडर व मिल्क पाऊडर से लेकर डाइजापॉम व प्रोक्सीबोन जैसी कंट्रोल दवाइयों को मिक्स करके ड्रग पैडलर इनकी सप्लाई करते हैं। सूत्रों के अनुसार चिट्टे में मिलावट का यह खेल लंबे समय से चल रहा है।
फोरैंसिक साइंस प्रयोगशाला धर्मशाला के वैज्ञानिक अधिकारी डा. राजेश जम्वाल के अनुसार चिट्टे में मिलावट से इसका असर आम नशे की अपेक्षा कई गना बढ़ जाता है मिलावटी चिट्टे के सेवन से किडनी, लिवर, फेफड़ों, हृदय और दिमाग पर घातक असर पड़ता है। ऐसा नशा करने वाला व्यक्ति कोमा में जा सकता है और इसका अत्यधिक सेवन करने पर मौत तक हो सकती है। हाल ही में सीमांत क्षेत्रों में चिट्टे की ओवरडोज से कुछ युवाओं की मौत के मामले भी सामने आ चुके हैं।