Edited By kirti, Updated: 07 Apr, 2019 09:42 AM
फोरलेन मुआवजे का 3.17 करोड़ रुपए का अधिक भुगतान करना भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एन. एच.आई.ए.) के लिए सिरदर्द बन गया है। संबंधित व्यक्ति करोड़ों रुपए की इस राशि को वापस नहीं कर रहा है। सक्षम प्राधिकारी, भूमि अधिग्रहण कम एस.डी.एम. सोलन ने 26...
सोलन : फोरलेन मुआवजे का 3.17 करोड़ रुपए का अधिक भुगतान करना भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एन. एच.आई.ए.) के लिए सिरदर्द बन गया है। संबंधित व्यक्ति करोड़ों रुपए की इस राशि को वापस नहीं कर रहा है। सक्षम प्राधिकारी, भूमि अधिग्रहण कम एस.डी.एम. सोलन ने 26 मार्च, 2018 को उक्त व्यक्ति को 3,16,87, 200 रुपए की राशि वापस करने के लिए नोटिस जारी किया था, लेकिन संबंधित व्यक्ति ने इस नोटिस के खिलाफ मंडलायुक्त के सक्षम अपील कर दी, जिसके कारण 3.17 करोड़ रुपए की राशि का यह मामला लंबित है।
यह राशि एन.एच.आई.ए. के बैंक खाते के स्थान पर उक्त व्यक्ति के खाते में जमा है। यह मामला कंडाघाट क्षेत्र का है। सोलन-शिमला तक फोरलेन के निर्माण का कार्य चला हुआ है। इसके लिए करीब 2 वर्ष पूर्व सरकारी भूमि के साथ निजी भूमि का अधिग्रहण किया गया था। विभाग ने संबंधित व्यक्ति को भूमि के मुआवजा का भी भुगतान कर दिया, लेकिन जब उक्त भूमि का ततीमा कटा तो भूमि अधिग्रहण कार्यालय को अपनी गलती का अहसास हुआ कि संबंधित व्यक्ति को 3.17 करोड़ रुपए की अधिक राशि का भुगतान कर दिया गया है। इस पर भूमि अधिग्रहण कार्यालय ने उक्त व्यक्ति को नोटिस जारी कर अधिक जमा हुई राशि वापस करने के आदेश दिए। यदि यह राशि जमा नहीं की गई तो रिकवरी तहसीलदार के माध्यम से इस पैसे की वसूली की जाएगी।
अभी इस मामले में कार्रवाई होती, संबंधित व्यक्ति ने इस नोटिस के खिलाफ मंडलायुक्त की अदालत में अपील कर दी। सक्षम प्राधिकारी, भूमि अधिग्रहण कम एस.डी.एम. सोलन ने मंडलायुक्त के समक्ष दायर किए जवाब में कहा है कि 3.17 करोड़ रुपए गलती से उनके बैंक खाते में जमा हो गए हैं, क्योंकि लट्ठे में उनकी जमीन साथ लगती वन भूमि के बीच लाइन नहीं लगी थी। दूसरी ओर संबंधित व्यक्ति ने मंडलायुक्त के समक्ष की गई अपील में कहा है कि फोरलेन में उनकी बहुत जमीन गई है। लट्ठे में जो जमीन है, वह सारी उनकी है। इसलिए करीब 3.17 करोड़ रुपए उन्हें अपनी जमीन के मुआवजे में मिले हैं, जबकि विभाग इस राशि को अधिक बता रहा है। उन्हें अधिक राशि का भुगतान नहीं हुआ है।