Edited By Vijay, Updated: 12 Mar, 2024 04:28 PM
एनपीए सहित अन्य मांगों को लेकर 55 दिनों से काले बिल्ले और 22 दिनों से पैन डाऊन स्ट्राइक पर चल रहे डाॅक्टरों के 7 मार्च को एक दिन सामूहिक अवकाश पर जाने के बाद स्वास्थ्य निदेशक द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी करने पर डाॅक्टर भड़क उठे हैं।
शिमला (संतोष): एनपीए सहित अन्य मांगों को लेकर 55 दिनों से काले बिल्ले और 22 दिनों से पैन डाऊन स्ट्राइक पर चल रहे डाॅक्टरों के 7 मार्च को एक दिन सामूहिक अवकाश पर जाने के बाद स्वास्थ्य निदेशक द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी करने पर डाॅक्टर भड़क उठे हैं। एचएमओए का कहना है कि एसोसिएशन ने पहले ही सरकार को एक दिन सामूहिक अवकाश पर जाने की सूचना दी थी और ऐसे में कारण बताओ नोटिस जारी करना उचित नहीं है। हिमाचल मेडिकल ऑफिसर्ज एसोसिएशन ने सरकार द्वारा उनकी मांगों को न माने जाने पर कड़ा रोष जताते हुए कहा है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती, तब तक उनका यह संघर्ष जारी रहेगा। एचएमओए के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. राजेश राणा व महासचिव डाॅ. विकास ठाकुर ने कहा कि डाॅक्टर अपनी मांगों को लेकर एकजुट हैं और इस संघर्ष को ओर तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डाॅक्टर न तो स्वास्थ्य निदेशक के किसी पत्र से ही डरने वाले हैं और न ही धमकियों से। लोकतंत्र में अपनी मांगों को मनवाने के लिए किसी को भी आंदोलन करने की पूरी आजादी है।
स्वास्थ्य निदेशक को बदहाल व चरमरा रही सेवाओं के लिए ठहराया दोषी
एसोसिएशन ने प्रदेश में बदहाल व दिनोंदिन चरमरा रही स्वास्थ्य सेवाओं के लिए स्वास्थ्य निदेशक को पूरी तरह दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा कि डाक्टरों के न तो रिक्त पदों को ही भरा जा रहा है और न ही उन्हें समय पर पदोन्नतियां दी जा रही हैं। उन्होंने स्वास्थ्य निदेशक की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि निदेशक पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं और डाॅक्टरों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। जहां एक ओर चिकित्साधिकारियों की सरकार ने नियुक्ति नहीं की है, वहीं दूसरी ओर एमबीबीएस डाॅक्टरों के स्वीकृत पदों पर अन्य विभागों के अधिकारियों को नियुक्तियां दी जा रही है, जिससे प्रदेश के विभिन्न मेडिकल काॅलेजों में पढ़ रहे प्रशिक्षु डाॅक्टरों के मनोबल को भी ठेस पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ विभाग में स्वर्ग सिधार चुके डाॅक्टरों, नौकरी छोड़ चुके डाॅक्टरों व अन्य विभागों में चले गए डाॅक्टरों तथा जिन डाक्टरों ने यह लिख कर दे दिया है कि उन्हें पदोन्नति नहीं चाहिए, उनकी भी एसीआर मांग रहा है और बीएमओ की पदोन्नति नहीं कर पा रहा है। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने शीघ्र एसीआर ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त कर पदोन्नति करने के निर्देश दिए लेकिन डाॅक्टरों के आंदोलन को कुचलने की कार्रवाई 2 दिन के भीतर करने के निर्देश स्वास्थ्य निदेशक ने जारी कर दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री एचएमओए के साथ करेंगे बैठक
डाॅक्टरों की मांगों को लेकर एचएमओए के पदाधिकारियों को स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल ने अब बुधवार को बुलाया है। इस वार्ता के बाद आगामी रणनीति के लिए केंद्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक में फैसला लिया जाएगा कि आंदोलन जारी रखना है या फिर इसे उग्र रूप देना है।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here