Edited By Vijay, Updated: 26 May, 2018 11:23 PM
हिमाचल को जम्मू-कश्मीर से जोड़ने वाला पर्यटन स्थल बहाल होते ही एक बार फिर विवादों में घिर गया है। सरचू के बहाल होते ही दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद बढऩे लगा है।
मनाली: हिमाचल को जम्मू-कश्मीर से जोड़ने वाला पर्यटन स्थल बहाल होते ही एक बार फिर विवादों में घिर गया है। सरचू के बहाल होते ही दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद बढऩे लगा है। प्रधान ग्राम पंचायत दारचा ने प्रशासन व पुलिस को अवगत करवाया है कि लाहौल की ओर से सरचू में काम करने वाले लाहौल के लोगों को जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से धमकी दी जा रही है। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि सरचू में ढाबा व कैंप लगाने वाले लाहौल के युवाओं को तंग किया जा रहा है।
11 कि.मी. अंदर पहुंची जे. एंड के. की पुलिस
सरचू में कारोबार करने वाले युवाओं की मानें तो सर्वे ऑफ इंडिया की निशानदेही से जे. एंड के. की पुलिस 11 कि.मी. अंदर आ गई है। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सरकार ने हस्तक्षेप नहीं किया तो सीमा विवाद बढ़ सकता है। सरचू के बहाल होते ही दोनों राज्यों की पुलिस अपनी-अपनी चौकियों को स्थापित करती है। जम्मू-कश्मीर की ओर से तो चौकी स्थापित कर दी गई है लेकिन हिमाचल की ओर से अभी चौकी स्थापित करना शेष है।
अभी तक लाहौल-स्पीति पुलिस अपनी चौकी स्थापित नहीं कर पाई
हैरानी की बात है कि बी.आर.ओ. 70 आर.सी.सी. ने 14 मई को मनाली-लेह मार्ग बहाल करने की घोषणा कर दी थी लेकिन 2 सप्ताह बीत जाने के बावजूद लाहौल-स्पीति पुलिस अपनी चौकी स्थापित नहीं कर पाई है। एस.पी. लाहौल-स्पीति राजेश धर्माणी ने कहा कि सरचू सीमा विवाद को लेकर उनके पास शिकायत आई है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत प्रधान दारचा की शिकायत पर पुलिस ने शनिवार को सरचू का दौरा किया और वहां के हालात का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि लाहौल-स्पीति की ओर से भी सरचू में 28 मई को पुलिस चौकी स्थापित की जाएगी।