Edited By Vijay, Updated: 31 Jul, 2018 05:36 PM
मंगलवार को सुलह विधानसभा क्षेत्र के ननाओं में जनसमस्याएं सुनने के उपरांत स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि सरकार ग्रामीण इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने पर जोर दे रही है।
धर्मशाला: मंगलवार को सुलह विधानसभा क्षेत्र के ननाओं में जनसमस्याएं सुनने के उपरांत स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि सरकार ग्रामीण इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने पर जोर दे रही है। स्वास्थ्य संस्थानों के ढांचागत विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। शहरों के साथ-साथ दूरदराज व ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को अत्याधुनिक लेकिन किफायती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र को विशेष प्राथमिकता प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य संस्थानों में पर्याप्त चिकित्सक एवं सहायक स्टाफ तैनात करने की दिशा में गंभीर प्रयास कर रही है। सरकार ने इसके लिए वर्तमान वित्त वर्ष में 2302 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती के लिए स्वास्थ्य सहभागिता योजना आरम्भ की जाएगी, जिसके तहत चुने हुए ग्रामीण क्षेत्रों में निजी अस्पताल स्थापित करने पर एक करोड़ के निवेश पर 25 प्रतिशत उपदान तथा 3 वर्षों तक 5 प्रतिशत ब्याज उपदान दिया जाएगा।
नशे का पता लगाने के लिए बच्चों की होगी स्वास्थ्य जांच
उन्होंने कहा प्रदेश सरकार नशे को जड़ से उखाडऩे के लिए गंभीर है। उन्होंने कहा कि नशे का पता लगाने के लिए सरकार पहली से 12वीं कक्षा तक के बच्चों की स्वास्थ्य जांच को सुनिश्चित बनाएगी। उन्होंने कहा कि मानव जीवन अनमोल है। सुख-दुख हमारे जीवन के दो पहलू हैं, जिनके अनुभवों से हम अपने जीवन में आगे बढऩे के लिए निरन्तर प्रयासरत रहते हैं। जीवन में आगे बढ़ते हुए अनेक बार मनुष्य सुख और दुख की आड़ में किसी न किसी प्रकार के नशे का सहारा लेने लगता है। कई बार युवा पीढ़ी आधुनिक दिखने की होड़ में नशे को अपना लेती है। इन सब अवस्थाओं में जीवन से भटक कर मनुष्य गलत आदतें अपना लेता है, जिसके लिए उसे जीवन भर पछताना पड़ता है।
आधुनिकता की चकाचौंध से भ्रमित होकर नशे का शिकार हो रहा युवा वर्ग
उन्होंने कहा कि युवा वर्ग हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। कुछ युवा किशोरावस्था में ही आधुनिकता की चकाचौंध से भ्रमित होकर जिज्ञासावश नशीले पदार्थों के सेवन का शिकार हो जाते हैं। उन्हें यह होता है कि वे धीरे-धीरे नशों के आदि होते जा रहे हैं और साथ-साथ लाइलाज बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए अभिभावकों का अहम रोल होता है। माता-पिता को चाहिए की वे बच्चों का पूरा-पूरा ध्यान रखें तथा उनके साथ अधिक से अधिक समय बिताएं तथा बच्चों व उनके साथियों की गतिविधियों पर पूरा-पूरा ध्यान रखें।
ननाओं में रोपित किया औषधीय पौधा
स्वास्थ्य मंत्री ने ननाओं में औषधीय पौधा भी रोपित किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार प्रदेश में वन संरक्षण पर बल देते हुए वनों को रोजगार और आजीविका का साधन बनाने का प्रयास कर रही है। इससे पहले उन्होंने ननाओं में लोगों की समस्याओं को सुना। उन्होंने अधिकतर समस्याओं का मौके पर समाधान कर दिया तथा शेष समस्याओं के समाधान के लिए सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर लोगों की समस्याओं का निपटारा करने को कहा ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। इसके उपरांत उन्होंने उपमंडल के सभी अधिकारियों के साथ सुलह विधानसभा क्षेत्र में क्रियान्वित विभागीय विकास योजनाओं की समीक्षा की तथा विकास कार्यों की प्रगति का जायजा लिया।
फोरलेन सड़क के प्रस्तावित प्रारूप को लेकर चर्चा
स्वास्थ्य मंत्री ने नैशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों से पठानकोट-मंडी फोरलेन सड़क के प्रस्तावित प्रारूप को लेकर चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां भी नैशनल हाईवे खराब हुआ है उसे तुरन्त ठीक करें ताकि लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़े। बता दें कि एन.एच. पर कई जगह गड्डों के कारण लोगों को हो रही परेशानी पर मंत्री ने कड़ा संज्ञान लिया तथा विभाग को तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए।
ये रहे मौके पर मौजूद
इस अवसर पर एस.डी.एम. धीरा संजय भारद्वाज, भाजपा मंडलाध्यक्ष देसराज, महामंत्री चन्द्रवीर, सुखदेव मंसद, प्रदेश स्वास्थ्य सलाहकार समिति के सदस्य तनु भारती, डीएसपी पालमपुर विकास धीमान, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग विकास सूद, अधिशाषी अभियंता आईपीएच संजय ठाकुर, अधिशाषी अभियंता विद्युत ओम प्रकाश, सुरेश महाजन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।