Edited By Punjab Kesari, Updated: 14 Mar, 2018 01:29 AM
हमीरपुर पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा ने मारपीट के एक मामले में कोताही बरतने पर हैड कांस्टेबल स्तर के जांच अधिकारी को सस्पैंड कर लाइन हाजिर किया है।
हमीरपुर: हमीरपुर पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा ने मारपीट के एक मामले में कोताही बरतने पर हैड कांस्टेबल स्तर के जांच अधिकारी को सस्पैंड कर लाइन हाजिर किया है। यह कार्रवाई राकेश कुमार उर्फ निक्कू निवासी गांव कुढार डाकघर सलौणी बड़सर की शिकायत पर मामले में हुई कोताही पर की गई है। मामले में शिकायतकर्ता ने 12 मार्च को सी.एम. से मिलकर उन्हें आपबीती सुनाकर न्याय की फरियाद लगाई थी जिस पर पुलिस अधीक्षक ने प्रारंभिक जांच के बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया है तथा मामले में ए.एस.पी. को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।
प्रभावशाली व्यक्ति ने बुरी तरह से पीटा था परिवार
शिकायतकर्ता ने शिकायत दी थी कि 3 फरवरी को उसे किसी प्रभावशाली व्यक्ति ने बुरी तरह पीट कर जख्मी कर दिया। इतना ही नहीं, उसके पिता के हाथ व टांगों पर गंभीर घाव कर दिए और माता की बाजू तोड़ दी तथा उन्हें सिर पर गंभीर चोटें आई थीं। उसका आरोप था कि पुलिस ने शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं की तथा बड़ी मुश्किल से 16 फरवरी को उसने घटनास्थल पर पुलिस की विजिट करवाई लेकिन आरोपी ने पुलिस के सामने चौराहे पर घेरकर उसे बहुत धमकाया और उसके माता-पिता को मारने की धमकियां दीं।
आरोपियों पर दर्ज नहीं की एफ.आई.आर.
कार्रवाई न होने पर फिर उसने 21 फरवरी को जिलाधीश हमीरपुर से मुलाकात की और पुलिस 27 फरवरी को बयान दर्ज करने आई लेकिन आरोपियों पर कोई एफ.आई.आर. दर्ज नहीं हुई। उसने बताया कि इन लोगों के इशारे पर करीब 10 साल पहले उसके माता-पिता को गांव में वंज (बिरादरी से बाहर) करवा रखा है।
क्या कहते हैं एस.पी. हमीरपुर
पुलिस अधीक्षक हमीरपुर रमन कुमार मीणा ने बताया कि मारपीट के इस मामले में निर्देश दिए जाने के बावजूद कोताही बरतने पर हैड कांस्टेबल स्तर के जांच अधिकारी को सस्पैंड कर लाइन हाजिर कर दिया है।