Edited By Punjab Kesari, Updated: 09 Feb, 2018 05:55 PM
इन दिनों चरस माफिया ने युवाओं तक नशा पहुंचाने के लिए नया रास्ता अख्तियार कर लिया है।
जोगिंद्रनगर: इन दिनों चरस माफिया ने युवाओं तक नशा पहुंचाने के लिए नया रास्ता अख्तियार कर लिया है। जानकारी के अनुसार चरस माफिया पुलिस को चकमा देने के लिए अब बरोट के रास्ते छोटा भंगाल के राजगुंद्धा गांव से होते हुए बीड़ बिलिंग पहुंचकर पैराग्लाइडरों के माध्यम से अपनी खेप तयशुदा स्थान पर पहुंचाने लगे हैं क्योंकि पैराग्लाइडरों के माध्यम से धर्मशाला और उसके आसपास के स्थानों पर माल को पुलिस की नजरों से बचाकर आसानी से पहुंचाया जा सकता है। कुल मिलाकर नशे की अधिकतर खेप चौहार व कुल्लू घाटी से आती है।
चरस, गांजा व चिट्टे की हो रही सप्लाई
यही नहीं, नशे के सौदागर युवाओं को चरस व गांजा ही नहीं, चिट्टा भी उपलब्ध करवा रहे हैं, जिससे वे मोटी कमाई कर रहे हैं और खुद अमीर बन रहे हैं। जोगिंद्रनगर के सुनसान इलाकों शानन छपरोट रोड व कालेज परिसर के साथ लगते कृषि विभाग के फार्म का एक हिस्सा, जोगिंद्रनगर रेलवे स्टेशन के आगे का एक ओझल मोड़ व गलू जंगल आदि स्थानों पर युवाओं को नशा करते हुए देखा जा सकता है।
क्या कहते हैं थाना प्रभारी
थाना प्रभारी जोगिंद्रनगर संदीप कुमार ने कहा कि जोगिंद्रनगर पुलिस समय-समय पर इन स्थानों पर पैट्रोलिंग करती रहती है लेकिन लोगों को भी चाहिए कि वे समय-समय पर इन लोगों की गतिविधियों की जानकारी पुलिस को देते रहें, ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके, क्योंकि लोगों के सहयोग के बिना किसी भी काम की पूरी सफलता मिलना असंभव है और जहां तक चरस माफिया की बात है तो जोगिंद्रनगर पुलिस ने मुस्तैदी दिखाई है और कई तस्कर आज सलाखों के पीछे हैं।