Edited By Kuldeep, Updated: 14 Feb, 2025 04:19 PM
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जिला में प्रस्तावित प्रदेश और नाॅर्थ जोन का आधुनिक स्टेट कैंसर इंस्टीच्यूट जल्द ही शुरू होने वाला है, जो चिकित्सा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। सरकार ने इसे जल्द संचालित करने के लिए 85 करोड़ रुपए की दूसरी किस्त जारी कर दी है।
हमीरपुर (अजय): जिला में प्रस्तावित प्रदेश और नाॅर्थ जोन का आधुनिक स्टेट कैंसर इंस्टीच्यूट जल्द ही शुरू होने वाला है, जो चिकित्सा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। सरकार ने इसे जल्द संचालित करने के लिए 85 करोड़ रुपए की दूसरी किस्त जारी कर दी है। इससे पूर्व पहले चरण में सरकार ने 5 करोड़ रुपए जारी किए थे। अब दूसरी किस्त जारी होने के उपरांत इस इंस्टीच्यूट का कार्य जल्द ही शुरू हो जाएगा। इसे संचालित करने के लिए भारत सरकार और एफसीए ने भी अपनी फाइनल अप्रूवल दे दी है। वर्तमान में फोरैस्ट डिपार्टमैंट अपनी एनवीपी (नैट वैल्यू ऑफ प्रोजैक्ट) की प्रक्रिया पर जोर-शोर से कार्य कर रहा है।
इस प्रक्रिया में वन विभाग ने सरकार को बताया कि इस प्रोजैक्ट के लगने से उनका कितना विभागीय नुक्सान होगा। इसके बाद कैलकुलेट करके यह राशि वन विभाग को सुपुर्द की जाएगी। पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा इस प्रोजैक्ट पर डीपीआर बनाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में बढ़ते कैंसर के मरीजों को इसके बनने से मुंबई, पीजीआई चंडीगढ़ या दूसरे बड़े-बड़े अस्पतालों में जाने से निजात मिलेगी। डा. राधाकृष्णन मैडीकल कालेज एवं अस्पताल प्रशासन की ओर से हमीरपुर से 9 किलोमीटर दूर जोलसप्पड़ में 15.5 हैक्टेयर भूमि का केस केंद्र सरकार के एफसीए को भेजा था जहां से इसकी अप्रूवल मिल गई।
इसके साथ ही यहां अब भवन निर्माण का रास्ता भी साफ हो गया है। सरकार की ओर से अगले 2 साल के भीतर इस संस्थान को स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बेहतर क्रियान्वयन और संचालन के लिए प्रदेश सरकार देश के प्रमुख कंसल्टैंट कैंसर स्पैशलिस्ट डाक्टर्स की भी सलाह ले रही है। बताया जा रहा है कि इसके लिए करीब 200 करोड़ की प्रपोजल डीपीआर तैयार की गई है। हिमाचल सरकार ने प्रदेश में बढ़ते कैंसर के मरीजों को देखते हुए इसे डा राधाकृष्णन मैडीकल कालेज के साथ खोलने की अप्रूवल पहले ही जारी कर दी थी।
यह सुविधा मिलनी है
इस संस्थान के खुलने के उपरांत यहां पैट स्कैन, एमआरआई, रेडियोथैरेपी सहित कई आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। मौजूदा समय में हिमाचल में शिमला में कैंसर अस्पताल है, लेकिन वह काफी पुराना हो चुका है और स्पेस की भी कमी है। पीजीआई चंडीगढ़ में भी कैंसर इंस्टीच्यूट बहुत बड़ा नहीं है और वहां पर ऐसे मरीजों की तादाद भी काफी संख्या में रहती है। इसके बारे में डा. राधाकृष्णन मैडीकल कालेज एवं अस्पताल हमीरपुर के प्राचार्य डा. रमेश भारती ने बताया कि वर्तमान में वन विभाग की एनवीपी प्रकिया चल रही है तथा 2 वर्षों के भीतर यह इंस्टीच्यूट संचालित हो सकेगा।