Edited By Punjab Kesari, Updated: 31 Aug, 2017 04:08 PM
कोटखाई गैंगरेप एंड मर्डर मामले में आए दिन बड़े खुलासे हो रहे हैं।
शिमला: कोटखाई गैंगरेप एंड मर्डर मामले में आए दिन बड़े खुलासे हो रहे हैं। बता दें कि इससे गुड़िया केस को नया मोड़ मिल गया है। जानकारी के मुताबिक अब सच सामने आया है कि गुड़िया मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों के डीएनए सैंपल फोरेंसिक सुबूतों से मिलते नहीं हैं। हालांकि इस मामले में पकड़े गए सभी आरोपियों को डीएनए सैंपल रिपोर्ट में ‘क्लीन चीट’ दी गई है। इससे मामला अब और उलझता हुआ नजर आ रहा है। पुलिस द्वारा बेगुनाहों को फंसाने के आरोप पुख्ता हो रहे हैं।
डीएनए टेस्ट के लिए आरोपियों के लिए गए थे सैंपल
उधर, कोटखाई थाने में आरोपी सूरज की हत्या को लेकर सीबीआई ने पूर्व एसआईटी प्रमुख जैदी, डीएसपी मनोज समेत 8 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया था। वह उनको दिल्ली ले गई है। वहां सभी का नार्को टेस्ट होगा। बता दें कि डीएनए टेस्ट के लिए आरोपियों के सैल्स, खून, सीमन, चमड़ी, स्लायवा और बालों के सैंपल लिए गए थे, जिन्हें टेस्टिंग के लिए लैब भेजा गया था। लेकिन इन सैंपल्स की रिपोर्ट ‘नेगेटिव’ आई है।
पुलिस एसआईटी में शामिल दो और अधिकारी बुलाए दिल्ली
सीबीआई ने इस मामले की शुरुआती जांच को लेकर बनाई गई एसआईटी में शामिल रहे एएसपी भजनदेव नेगी और डीएसपी रतन नेगी को दिल्ली बुलाया है। उन्हें पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया है।
ये अधिकारी सीबीआई की गिरफ्त में
एसआईटी प्रमुख आई जैदी के अलावा डीएसपी मनोज कुमार, राजेंद्र सिंह, एएसआई दीपचंद, मोहन लाल, रंजीत सिंह, रफीक अली और सूरत सिंह को सीबीआई ने सूरज की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। सभी अधिकारी 7 दिन के सीबीआई रिमांड पर हैं। इन्हें सीबीआई दिल्ली ले गई है।
ये है मामला
4 जुलाई को कोटखाई की एक छात्रा स्कूल से लौटते समय लापता हो गई थी। इसके बाद 6 जुलाई को कोटखाई के जंगल में बिना कपड़ों के उसकी लाश मिली थी। छात्रा की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी। मामले में 6 आरोपी पकड़े गए थे। इनमें राजेंद्र सिंह उर्फ राजू, हलाइला गांव, सुभाष बिस्ट (42) गढ़वाल, सूरज सिंह (29) और लोकजन उर्फ छोटू (19) नेपाल और दीपक (38) पौड़ी गढ़वॉल के कोटद्वार से है। सूरज की कोटखाई थाने में 18 जुलाई की रात को हत्या कर दी गई थी। इन सभी के डीएनए सैंपल में सभी को क्लीन चिट दी गई है।