Edited By Kuldeep, Updated: 10 May, 2025 06:46 PM

मुझे नाज है अपने लाडले पवन पर जिसने वतन के खातिर आज शहादत का जाम पिया। वह अमर हो गया। राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत ये शब्द शाहपुर के शहीद पवन कुमार के पिता गरजा सिंह ने कहे।
गग्गल (अनजान): मुझे नाज है अपने लाडले पवन पर जिसने वतन के खातिर आज शहादत का जाम पिया। वह अमर हो गया। राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत ये शब्द शाहपुर के शहीद सूबेदार मेजर पवन कुमार के पिता गरजा सिंह ने कहे। शहीद की शहादत का समाचार आते ही पूरा इलाका शोक सागर में डूब गया। उल्लेखनीय है कि अगस्त 2025 को पवन को सेवानिवृत्त होना था। शहीद के घर में जहां चीखो-पुकार थी, वहीं पूरे आंगन में उपस्थिति हर आंख में आंसू थे। हर सीने में दर्द था।
इस अवसर पर एक इलाकावासी ने कहा कि वीरभूमि कांगड़ा उन वीरों की वीर भूमि है, जिन्होंने हर संकट की घड़ी में देश की खातिर कुर्बानियां दी हैं। युद्ध चाहे 1971 का हुआ हो या कारगिल का कांगड़ा के वीरों ने हर युद्ध में वीरता का परिचय देकर शहादत के जाम पिए हैं तथा आज शहादत का जाम पीकर शाहपुर के वीर शहीद पवन ने अपना नाम भी शहीदों में अंकित करवाया है।