Edited By kirti, Updated: 09 Aug, 2018 05:02 PM
हिमाचल प्रदेश का जिला ऊना पंजाब की सरहद से सटे होने के कारण नशे का अड्डा बनता जा रहा है, नशे पर लगाम कसने के लिए सरकार ने पुलिस के साथ-साथ आम लोगों को भी मुहीम में शामिल किया है। जिसके चलते जिला ऊना के सभी थानों में नशा निवारण समितियों का गठन कर...
ऊना(अमित):हिमाचल प्रदेश का जिला ऊना पंजाब की सरहद से सटे होने के कारण नशे का अड्डा बनता जा रहा है, नशे पर लगाम कसने के लिए सरकार ने पुलिस के साथ-साथ आम लोगों को भी मुहीम में शामिल किया है। जिसके चलते जिला ऊना के सभी थानों में नशा निवारण समितियों का गठन कर लिया गया है। यह समितियां जनता को नशे के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के अलावा नशे के सौदागरों पर नकेल कसने में पुलिस को अपना सहयोग देगीं। ऊना सदर थाना क्षेत्र की नशा निवारण समिति की कमान शिव मैहन को सौंपी गई है, जबकि सदर थाना के अधिकारी को समिति का सचिव बनाया गया है। वहीँ ऊना सदर थाना क्षेत्र के करीब 62 लोगों को इस समिति का सदस्य बनाया गया है।
वहीँ आने वाले दिनों में समिति का विस्तार करके 100 के करीब लोगों को इसमें शामिल करना है। नशा निवारण समिति की पहली बैठक सदर थाना ऊना में आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष शिव मैहन ने की। डीएसपी ऊना अशोक वर्मा ने बताया कि पुलिस द्वारा गठित नशा निवारण समितियों के जरिये जिला ऊना को नशा मुक्त करने में सहयोग मिलेगा। वहीँ समिति में शामिल सदस्यों ने सरकार की इस पहल को सराहा है। समिति सदस्यों की माने तो इन समितियों के गठन से लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक किया जायेगा। समिति सदस्यों ने कहा कि नशे के धंधे में संलिप्त लोगों की पहचान करनी होगी और इन्हें बेपर्दा कर कानून के सुपूर्द करना होगा।